किराएदार ने साथी संग खंगाला था बिल्डर का घर
मेरठ : साकेत 61-ए में बिल्डर के घर में हुई चोरी का खुलासा पुलिस ने पांच दिन बाद कर दिया है। इस वारदात को अंजाम देने वाला कोई पेशेवर बदमाश नहीं, बल्कि इसी बिल्डिंग में रहने वाला एक किराएदार शेयर ब्रोकर है, जिसने साथी के साथ मिलकर योजना के तहत छत के रास्ते से कोठी में प्रवेश कर डेढ़ लाख की नकदी और करीब 10 लाख के जेवर चोरी कर लिए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़कर चोरी हुआ माल बरामद कर लिया।
रिजर्व पुलिस लाइन में एसपी सिटी ओमप्रकाश ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 14 अप्रैल को साकेत के 61ए निवासी बिल्डर वकुल गोयल की कोठी में छत के दरवाजे से प्रवेश कर चोरी कर ली थी। वारदात के समय बिल्डर परिवार के साथ दिल्ली अपनी रिश्तेदारी में गए थे। पुलिस ने पूरे मामले की तफ्तीश शुरू की तो इसी कोठी में रहने वाले किराएदार मोहित जैन निवासी मोहल्ला कानूनगोयान, खतौली (मुजफ्फरनगर) पर शक हुआ। पुलिस ने मोहित को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने चोरी की वारदात को कबूल कर लिया। पुलिस ने मोहित की निशानदेही पर उसके साथी बुढ़ाना रोड, खतौली के सुलतान को भी गिरफ्तार कर लिया। सुलतान के कब्जे से पुलिस ने 1.52 लाख की नकदी, 10 सिल्ली चांदी, चांदी के 23 नोट और तीन सिक्के समेत घर में रखे सोने के जेवर समेत चोरी में प्रयोग की कटाई मशीन तक बरामद कर ली है। इंस्पेक्टर को पांच हजार के इनाम की भी संस्तुति की गई।
..फिर भी हो गई गलती
गलती नंबर -1 : मोहित ने डॉग स्क्वायड को अपने कमरे तक नहीं पहुंचने के लिए गेट पर मिर्ची डाल दी थी, ताकि डॉग उसकी खुशबू सूंघ कर उस तक न पहुंचे। इस पर ही पुलिस समझ चुकी थी कि चोर इस परिवार का करीबी है।
गलती नंबर -2 : वारदात के बाद मोहित पुलिस की विवेचना में बढ़ चढ़कर भाग ले रहा था। पुलिस छत के रास्ते से चोरों का जाना बता रही तो वह जिद करने लगा कि चोर नीचे के रास्ते से ही गए थे। वहीं मोहित की बातों से पुलिस को उस पर शक हुआ।
गलती नंबर-3 : शक के आधार पर मोहित की कॉल डिटेल देखी गई, तो उसका मोबाइल रात को पांच घंटे बंद रहा, जबकि उसकी पत्नी लगातार मोबाइल से संपर्क करती रही। मोबाइल रात को खुला तो पत्नी के रात दस बजे के मैसेज दो बजे पहुंचे। पुलिस इस पर मोहित को उठा लिया।
गलती नंबर -4 : मोहित से थाने में पूछताछ की गई तो वह तत्काल ही टूट गया, उसने बताया कि कई माह से पूरी प्लानिंग की थी। तब जाकर चोरी की वारदात की।
इन्होंने कहा..
मैं तो अब बस यही कहूंगा कि किराएदार पर कदापि भरोसा मत करना, रोहित पास के मकान में रहता था, इसलिए उससे परिवार जैसा संबंध हो गया था। पत्नी और बच्चों से भी बातें होती थी। घर में आकर अक्सर पैर छू लिया करता था। होली के दिन तो साथ में ड्रिंक भी की थी। अब तो विश्वास उठ चुका है।
वकुल गोयल, बिल्डर
मेरी मां की तबीयत खराब है, शेयर का काम करने में घाटा हो रहा था। मां के इलाज कराने के लिए पैसे की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सुलतान से संपर्क किया। एक सप्ताह पहले भी चोरी करने का इरादा था। उस दिन काम नहीं हो पाया। अब परिवार दिल्ली गया तो वारदात को अंजाम दिया। इसकी जानकारी बीवी को भी नहीं दी थी।
मोहित जैन, चोरी का आरोपी