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कूड़े पर छटपटाती मिली भारतीय पहचान

By Edited By: Published: Thu, 17 Apr 2014 01:40 AM (IST)Updated: Thu, 17 Apr 2014 01:40 AM (IST)
कूड़े पर छटपटाती मिली भारतीय पहचान

मेरठ : इसे सरकारी उदासीनता कहें या कारिंदों का निकम्मापन। सरकारी योजनाएं धरातल पर आने से पहले ही फुस्स साबित हो रही हैं। ताजा मामला भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण, भारत सरकार की ओर से जारी आधार कार्ड का है। बुधवार को छह सौ से अधिक आधार कार्ड कूड़े पर और एक व्यक्ति के घर पर मिले। यह देख ग्रामीण उग्र हो गए जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की और कार्ड पोस्ट ऑफिस में जमा कराए।

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आधार कार्ड को लेकर लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। कार्यदायी संस्था की ओर से पिछले दिनों जगह-जगह शिविरों में आधार कार्ड बनवाने के लिए कैंप लगे थे। इसमें क्षेत्रवार लोगों के आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसी के अंतर्गत बीते दिनों साबुन गोदाम, मलियाना, चंद्रलोक कालोनी, मुल्तान नगर आदि क्षेत्र में भी आधार कार्ड बनवाने के लिए कैंप लगे। बुधवार को साबुन गोदाम, पोस्ट ऑफिस के पास से गुजर रहे अभिषेक मित्तल नामक एक व्यक्ति ने कूड़े पर बड़ी संख्या में आधार कार्ड पड़े देखे, जहां गौरव पुत्र मूलचंद निवासी चंद्रलोक, सत्यपाल सिंह पुत्र विजय निवासी चंद्रलोक, आरती सिंह पुत्री राजेंद्र प्रसाद निवासी चंद्रलोक, सुषमा जैन पत्‍‌नी दिनेश जैन निवासी चंद्रलोक कालोनी, बबीता पत्नी विपिन निवासी साबुन गोदाम आदि के आधार कार्ड खुले लिफाफे में पड़े थे। अभिषेक ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। इस बीच बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और कूड़े पर अपने-अपने कार्ड देखने लगे।

उसी समय कई सारे आधार कार्ड लेकर आ रहे एक व्यक्ति को रोककर सचिन त्यागी, विनोद उपाध्याय पार्षद आदि ने उससे पूछा तो पता चला कि उपाध्याय प्रोपर्टी डीलर के नाम से काम करने वाले रमेश उपाध्याय के यहां आधार कार्ड रखे हैं। इस पर भीड़ रमेश उपाध्याय के घर पहुंची। वहां सैकड़ो लोगों के आधार कार्ड देख लोग क्रुद्ध हो गए। अनिल कुमार, विनोद कुमार, निखिल चपराणा आदि ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।

पूछताछ में रमेश ने बताया कि पोस्टमैन राम निवास गुप्ता व शिव कुमार उसे आधार कार्ड वितरण को देकर गए थे। दोनों पोस्टमैन का नम्बर मिलाया गया तो कुछ देर घंटी बजने के बाद दोनों के मोबाइल स्विच ऑफ हो गए। बताते हैं कि रमेश ने पूर्व में बतौर निर्दलीय, पार्षद का चुनाव लड़ा था। बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने आधार कार्ड छांटकर ले लिए। शेष आधार कार्ड को लेकर पुलिस पोस्ट ऑफिस पहुंची और उन्हें जमा कराया। दूसरी ओर मौके पर पहुंचे सिविल डिफेंस के विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि उन्हें वितरण के लिए कार्ड मिलने थे, पोस्टमैन से कई बार पूछा गया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।


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