पुलिस ने ओढ़ ली है सुस्ती की चादर
मेरठ : शहर को हिलाकर रख देने वाले डा. इंद्रेश हत्याकांड पर पुलिस सुस्ती की चादर डाल रही है। पिता-पुत्र की गिरफ्तारी के बाद दो अन्य आरोपियों को तीसरे दिन भी नहीं पकड़ा जा सका था। हालांकि पुलिस ताबड़तोड़ दबिश का दावा कर रही है। इसके चलते पीड़ित परिवार का पुलिस से विश्वास उठ गया है।
सोमवार को इंचौली थाने के गंगानगर एम ब्लाक के मकान नंबर 192 में रहने वाले डा. इंद्रेश पराशर निवासी ग्राम मवी थाना किला परीक्षितगढ़ की जगदम्बा हेल्थ क्लब के सामने पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद से लेकर हर स्तर पर पुलिस की लापरवाही उजागर हुई, तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। मोहल्लेवासियों ने आरोपियों के मकान में तोड़फोड़ ही नहीं की, बल्कि उनकी परिचित एक महिला को भी पीटकर बंधक बना लिया था। पुलिस ने महिला को किसी तरह छुड़ाकार उसके पति के सुपुर्द कर दिया। यह परिवार अब यहां से अपने घर मुजफ्फरनगर लौट गया। दरअसल, महिला गंगानगर में किराए पर रहती थी। वारदात को तीसरा दिन बीत गया। पुलिस अभी तक अश्वनी और उसके बेटे नीशू को ही जेल भेज पाई, जबकि इस हत्याकांड में अश्वनी के दो बेटे और भी शामिल हैं। वह की पकड़ से अभी दूर हैं। पुलिस ताबड़तोड़ दबिश का दावा कर रही है, लेकिन अभी तक उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस शुरू से ही पूरे मामले में हीलाहवाली करती रही है। पुलिस पर उसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी का भी असर नहीं पड़ रहा है। एसओ हंसराज भदौरिया का दावा है कि टीम बनाकर दबिश दी जा रही है, जल्द ही दोनों को पकड़ लिया जाएगा।