कैग की पांच सदस्यीय टीम ने शुरू किया ऑडिट
मेरठ : महालेखा परीक्षक, इलाहाबाद की पांच सदस्यीय टीम मंगलवार दोपहर कृषि विवि पहुंची। टीम के अन्य सदस्य दो दिन बाद आएंगे। दोपहर तीन बजे टीम के सदस्यों ने कुलपति व डीन-डायरेक्टरों से मुलाकात की। टीम के मुखिया ने कहा कि उनकी जांच का मुख्य उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन में आई और मौके पर मिली कमियों का ब्यौरा शासन को उपलब्ध कराना है, ताकि भविष्य में उनमें सुधार किया जा सके। उधर, टीम के सदस्यों ने मंगलवार को वित्त नियंत्रक कार्यालय में बैठक कर आडिट कार्य शुरू कर दिया है।
विवि सभागार में टीम के सदस्यों से बातचीत के बाद कुलपति डा. एचएस गौड़ ने निर्देश दिए कि मांगे गए अभिलेख तत्काल उपलब्ध कराए जाएं। ऑडिट आपत्तियों का उसी दिन निराकरण हो, टीम के द्वारा मांगे गए जवाब तुरंत दिए जाएं ताकि आडिट आपत्तियों की संख्या न बढ़ सके। कुलपति ने टीम को विवि की पांच सालों की प्रगति आख्या उपलब्ध कराई। सूत्रों के अनुसार बुधवार से टीम विवि के अन्य विभागों में जाकर आडिट करेगी। दो दिन बाद टीम के चार सदस्य और आ जाएंगे, तभी टीम केवीके पर जाकर स्थलीय व भौतिक सत्यापन करेगी।
विवि में मुख्य सतर्कता अधिकारी नामित
शासन की ओर से पशुपालन महाविद्यालय के प्राध्यापक डा. राजवीर सिंह को मुख्य सतर्कता अधिकारी नामित किया गया है। शासन ने 12 फरवरी, 2014 को कुलपति को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं विभागीय सतर्कता को सुदृढ़ किए जाने के लिए विवि में मुख्य सतर्कता अधिकारी नामित किए जाने को पत्र लिखा था। 26 मार्च, 2014 को राज्य सतर्कता आयोग के सचिव स्तर से जारी पत्र में डा. राजवीर सिंह को विवि का मुख्य सतर्कता अधिकारी नामित किया गया।