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मऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पात और दबाव पर रो पड़े तहसीलदार

कार्यकर्ता भड़क गए और तहसीलदार को खरी-खोटी सुनाने लगे। ये लोग तहसीलदार की कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। मामला इतना बढ़ गया कि तहसीलदार की आंखों में आंसू आ गए।

By Ashish MishraEdited By: Published: Mon, 24 Jul 2017 09:22 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jul 2017 09:23 PM (IST)
मऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पात और दबाव पर रो पड़े तहसीलदार
मऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पात और दबाव पर रो पड़े तहसीलदार

मऊ (जेएनएन)। एक ओर प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी अपने कार्यकर्ताओं को लगातार मर्यादा में रहने की नसीहत दे रहे हैं तो दूसरी ओर पाटी के ही कुछ लोग इस मंशा पर पानी फेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। इसका उदाहरण सोमवार को तहसील परिसर में दिखा। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के आगे बेबस तहसीलदार रो पड़े। हालांकि मामला सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों का था इसलिए तहसीलदार ने कोई कानूनी कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। इस दौरान हर कोई बेबस दिखा।

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तहसील में सोमवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब क्षेत्र के दियारा में एक भूमि की पैमाइश को लेकर दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता आ धमके। इन लोगों ने तहसीलदार पर तुरंत पैमाइश कराने का दबाव बनाया। तहसीलदार ने नियमानुसार पैमाइश की बात की तो कार्यकर्ता भड़क गए और तहसीलदार को खरी-खोटी सुनाने लगे। ये लोग तहसीलदार की कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। बात बढ़ते हुए झड़प तक पहुंच गई। मामला इतना बढ़ गया कि तहसीलदार की आंखों में आंसू आ गए।

इस दौरान पूरे तहसील में अफरा-तफरी मची रही। बड़ी संख्या में अधिवक्ता जुट गए। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। बाद में तहसीलदार श्रीप्रकाश गुप्त ने बताया कि कुछ लोग अपने को भाजपा कार्यकर्ता बताकर गलत पैरवी करते हुए जबरदस्ती भूमि की पैमाइश के लिए दबाव बना रहे थे। हालांकि ऐसा करना संभव नहीं था।
 


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