आग से मड़ई खाक, हजारों के सामान जले
नौसेमरघाट (मऊ) : थाना कोपागंज क्षेत्र के धवरियासाथ गांव में अज्ञात कारण से लगी आग ने दो रिहायशी
नौसेमरघाट (मऊ) : थाना कोपागंज क्षेत्र के धवरियासाथ गांव में अज्ञात कारण से लगी आग ने दो रिहायशी मड़इयों को जलाकर राख कर दिया। इसके चलते मड़इयों में रखे हजारों रुपये के सामान जलकर नष्ट हो गए। इसमें खाद्यान्न, सहित 2500 रुपये नकदी व तीन थान सोने व चांदी के गहने भी शामिल हैं। अग्निकांड में एक भैंस गंभीर रूप से भैंस झुलस गई। घटना मंगलवार की देर शाम की है। पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हो गया है।
थाना क्षेत्र के धवरियासाथ दलित बस्ती गांव निवासी गुलाब चंद की दो रिहायशी मड़इयों में आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते व शोरगुल होता तब तक दूसरी मड़ई भी आग की चपेट में आ गई। ग्रामीण आग बुझाने की काफी मशक्कत किए, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। जब तक आग बुझती, तब तक सबकुछ जलकर राख हो चुका था। गुलाब, रामचंद्र ने बताया कि मड़ई में खाद्यान्न सहित चारपाई, एक सिलाई मशीन व चारा मशीन, तीन थान सोने के गहने जलकर खाक हो गए। झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले अति गरीब रहने वाने वाली गहस्वामिनी पीड़िता मीरा भारती का रो-रोकर बुरा हाल है। पीड़ित परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। बुधवार को सूचना पाकर ग्राम प्रधान रेनू ¨सह, जिला पंचायत सदस्य फूलवा राजभर के प्रतिनिधि अखिलेश राजभर पीड़िता के घर पहुंच कर आर्थिक मदद किए। क्षेत्रीय कानूनगो द्वारिका प्रसाद यादव व लेखपाल राजेंद्र चौहान ने क्षतिपूर्ति का आकलन कर आख्या जिला मुख्यालय भेजी। आर्थिक मदद देने व प्रधानमंत्री आवास दिलाने का आश्वासन दिया।
पारा गांव में भी लगी आगबाल-बाल बचे लोग -नौसेमरघाट के कुर्थीजाफरपुर से सटे पारा गांव में देर रात 8.00 बजे पारस प्रजापति मिट्टी बर्तन का आंवा लगाए हुए थे। आंवा की निकली ¨चगारी से बगल में रखे उपले में आग लग गई। अगल-बगल के ग्रामीण शोरगुल सुनकर आग पर काबू पा लिया। वहीं गांव के राजेंद्र मौर्या, हिरावन राजभर, खुरचन भारती बताते हैं कि अगर आग पर काबू नहीं पाया गया तो दर्जनों मड़इयां व कच्चे मकान जल गए होते।