पांचवें दिन खुलीं स्टेशन पर चाय-पान की दुकानें
मऊ : जीआरपी से चल रही जिच के चलते उनकी दिवाली खटाई में पड़ गई थी। रोज कमाकर खाने वाले वेंडर पांच दिन
मऊ : जीआरपी से चल रही जिच के चलते उनकी दिवाली खटाई में पड़ गई थी। रोज कमाकर खाने वाले वेंडर पांच दिनों से हड़ताल पर थे। ऐसे में त्योहार के मौके पर उनकी हालत जान आगे आए रेलयात्री परामर्शदात्री समिति सदस्य श्रीराम जायसवाल। उनकी पहल पर स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर शनिवार को रौनक लौट आई। चाय-जलपान की दुकानें खुल गईं। दुकानों के खुलने से जहां खानपान लाइसेंसी वेंडरों के चेहरे पर मुस्कान जाग उठी। वहीं दुकानें फिर से खुल जाने से यात्रियों को भी जलपान नसीब हो सका।
स्थानीय जीआरपी द्वारा सुरक्षा संबंधित लिए गए कुछ निर्णयों व दिए गए निर्देशों को लेकर खानपान लाइसेंसियों व स्टाल ट्राली के अधिकृत वेंडरों ने मंगलवार से अपनी दुकानें बंद कर हड़ताल कर दिया था। इससे आम यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लगातार कई दिनों से रेलवे स्टेशन पर बंद चल रही खानपान की दुकानें, स्टाल व ट्राली से यात्रियों को हो रही असुविधा को लेकर रेल मंत्रालय विशेष हित द्वारा नामित रेलयात्री परामर्शदात्री सदस्य श्रीराम जायसवाल द्वारा शनिवार को स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश, डीसीआई राजशेखर मिश्रा, जीआरपी थानाध्यक्ष आनंद ¨सह व खानपान लाइसेंसियों व स्टाल ट्राली के अधिकृत वेंडरों को लेकर वार्ता की गई। जीआरपी के अधिकारियों द्वारा नियमसंगत ढंग से साफ-सुथरी यूनिफार्म, वैध परिचय पत्र व सुरक्षा सम्बंधित सभी नियमों के पालन की बात रखी गयी व इसके साथ ही रेलवे के क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभाते, स्टाल ट्राली संचालन में अपने साथ किसी भी सूरत में अवैध वेंडरों व सहयोगियों को नहीं रखने की बात कही गई। वहीं अधिकृत वेंडरों द्वारा अवैध रूप से ट्रेनों में घूम रहे वेंडरों पर कार्यवाही की अपील की गई। रेलयात्री परामर्शदात्री सदस्य श्री जायसवाल ने खानपान स्टाल ट्राली संचालकों व अधिकृत वेंडरों को नियम पूर्वक सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए उनका किसी भी सूरत में उत्पीड़न नहीं होने का भरोसा दिलाया व उनसे अवैध वेंडरों व अपराधिक प्रवित्ति के लोगों को चिह्नित कराने को कहा। इसके बाद शनिवार की अपराह्न से रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर स्थित दुकानें पुन: खुल गईं। इन खानपान इकाइयों, स्टाल व ट्राली के पुन: खुल जाने से जहां पुन: रेलवे स्टेशन पर उक्त सेवाएं बहाल हो गईं, वहीं पिछले पांच दिनों से बेरोजगार संचालक, वेंडरों के चेहरे खिल उठे। इस दौरान पंकज कुमार, अजय गुप्ता, ओमजी, संजय कुमार, गिरिजाशंकर, वृजभान, अशोक व संतोष सहित सभी स्टाल ट्राली संचालक व वेंडर मौजूद थे।