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विकास से दूर मुहम्मदाबाद विस का उत्तरी भाग

मऊ : जनपद व मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा का उत्तरी भाग प्रशासन, विधायक, सांसद की उपेक्षा का शिकार है।

By Edited By: Published: Thu, 20 Oct 2016 09:13 PM (IST)Updated: Thu, 20 Oct 2016 09:13 PM (IST)
विकास से दूर मुहम्मदाबाद विस का उत्तरी भाग

मऊ : जनपद व मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा का उत्तरी भाग प्रशासन, विधायक, सांसद की उपेक्षा का शिकार है। हालांकि इस विधानसभा के निर्वाचित नामचीन विधायक सहित विधान परिषद सदस्य राजधानी में सदन की शोभा बढ़ाते हैं। गाजीपुर, आजमगढ़ व मऊ जनपद के अंतिम छोर पर स्थित करीब दर्जन भर ग्राम पंचायतों के हजारों की आबादी मूलभूत सुविधाओं से दूर है। कृषि के लिए ना नहरों में पानी है और न ही बिजली ही मुकम्मल मिलती है। सड़कों की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। शुद्ध पीने का पानी भी लोगों को नसीब नहीं हो पाता। दोनों सत्तासीन विधायकों की जोड़ी पूरे पांच वर्ष तक हजारों की आबादी से बस वादा दर वादा करती रही। आलम यह है कि गांवों की सड़कों की कौन चलाए कई गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें भी जानलेवा बनी है। जिले का अंतिम छोर होने के नाते न ही कभी प्रशासन के आलाधिकारी ही उधर का रुख करते हैं और न ही विधायक सहित जन प्रतिनिधि।

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केस एक--वर्षों से नहर बेपानीक्षेत्र में सिचाई का मुख्य साधन आजमगढ़ रजवाहा दुर्दशाग्रस्त है। खरीफ-रबी के सीजन बीतते रहे परंतु नहर में एक बूंद भी पानी नहीं आया। धान की फसल अब कटने को है। किसान खेत की भराई कर दलहनी, तिलहनी समेत गेंहू की बोआई करने की तैयारी में हैं। नहर का आलम यह है कि यह झाड़-झंखाड़ में तब्दील है। इसकी ¨चता न ही क्षेत्रीय विधायक को है और न ही प्रशासन कभी ध्यान देता है। इसके चलते क्षेत्र के कई गांवों के किसानों की खेती हर वर्ष प्रभावित होती है।

केस दो--सरसेना-सवना मार्ग जानलेवागाजीपुर-लखनऊ मार्ग से सरसेना से निकलकर कई गांवों को जोड़ते हुए गाजीपुर जनपद में जाने वाली सरसेना-सवना मार्ग विधायक की उपेक्षा का शिकार है। मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा के निर्वाचित विधायक बैजनाथ पासवान ने चुनाव जीतने के बाद ही लोगों को आश्वस्त कराया था कि एक वर्ष के अंदर ही जर्जर सड़क को बना दिया जाएगा। इसके बाद विधायक पूरे पांच वर्ष तक क्षेत्र की जनता को इस आश्वासन की घुट्टी पिलाते रहे। आज तक न ही सड़क के जानलेवा गड्ढे पाटे गए और न ही मरम्मत हुई।

केस तीन--चार किमी सड़क पर चौदहों करमजिला मुख्यालय से चिरैयाकोट जाने वाले मुख्य मार्ग सलाहाबाद-सरसेना मार्ग की दशा भी दयनीय है। सलाहाबाद मोड़ से लगायत सरसेना तक पूरी सड़क जर्जर अवस्था में है। जबकि इस सड़क पर जिला कारगार भी पड़ता है फिर भी यह सड़क उदासीनता की शिकार है। हालांकि सलाहाबाद की तरफ से सड़क की मरम्मत तो की जा रही है परंतु अभी भी अकबरपुर से सरसेना तक लगभग चार किमी सड़क पर चलना दुर्घटना को दावत देने से कम नहीं है।


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