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तीन साल बाद ही मिलेगा अनुदान पर बीज

मऊ : जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी, किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन कृषि भवन के प्रांगण में कि

By Edited By: Published: Wed, 19 Oct 2016 08:37 PM (IST)Updated: Wed, 19 Oct 2016 08:37 PM (IST)
तीन साल बाद ही मिलेगा अनुदान पर बीज

मऊ : जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी, किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन कृषि भवन के प्रांगण में किया गया। अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने सर्व प्रथम प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इसमें किसानों को नवीन जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक डा. आशुतोष मिश्र द्वारा अधिकारियों तथा उपस्थित किसानों को रबी वर्ष 2016-17 की उत्पादकता की रणनीति से अवगत कराया। चना, मटर, मसूर, राई-सरसों तथा गेंहू बीज की उपलब्धता, मूल्य तथा अनुदान की जानकारी किसानों को दिया। पारदर्शी किसान सेवा योजना से अवगत कराते हुए उन्होंने बताया कि जिस कृषक को रबी 2015 में बीज पर अनुदान का लाभ मिल चुका है उन किसानों को वर्ष 2018 में ही पुन: अनुदान प्राप्त होंगे।

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उन्होंने बताया कि कृषि विभाग, गन्ना विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, पशुपालन, मत्स्य पालन, दुग्ध विकास, यूपी स्टेट एग्रो, न्यू कानपुर मशीनरी स्टोर्स, प्रसाद बीज भंडार, श्री कृष्णा फर्टिलाइजर, भारत मोटर पंप, इफको आदि लगभग 25 प्रदर्शनी लगाई गई है। इससे कृषकों को जानकारी के साथ-साथ अनुदान पर सामग्री भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला कृषि अधिकारी विकेश कुमार द्वारा कृषि विभाग में चल रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।

बताया कि जनपद में 262000 किसान है जिसमें 220000 किसानों का आनलाइन पंजीकरण हो चुका है। अवशेष किसानों को पंजीकरण कराये जाने हेतु आह्वान किया गया। जिला उद्यान अधिकारी हरिशंकर राम द्वारा आलू उत्पादन की तकनीक विस्तार पूर्वक जानकारी किसानों को दी गयी। रबी में बोये जाने वाले सब्जियों के बारे में बताया गया। डा. बीपी ¨सह मुख्य पशु चिक्तिसाधिकारी ने पशुपालन विभाग में चल रही माइक्रो कामधेनु योजना के बारे में बताया। तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. डीपी ¨सह द्वारा कृषि रक्षा रसायन के प्रकार सहित पादप सुरक्षा की विस्तार पूर्वक जानकारी किसानों को दी गयी। जनपद कृषि सलाहकार एवं वैज्ञानिक डा. एनके ¨सह द्वारा भी कीट रोग नियंत्रण के साथ साथ सम-सामायिक फसलों के बारे में जानकारी दी गयी। डॉ. बीके ¨सह वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा भी दुग्ध उत्पादन तकनीकी के बारे में बताते हुए जैविक खेती हेतु किसानों को प्रेरित किया गया। जयप्रकाश ¨सह प्रगतिशील कृषक ग्राम पिरूवा रानीपुर द्वारा कृषि विभाग की संचालित योजनाओं तथा उससे कृषकों को लाभ के

संबंध में प्रकाश डाला गया। मुख्य विकास अधिकारी ने किसानों का आह्वान किया गया कि गोष्ठी की तकनीकी जानकारी को निश्चित रूप से अपने खेतों में अपनाएं ताकि कम से कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन साथ ही साथ समृद्वि हो सकें। संचालन राजेश श्रीवास्तव ने किया।


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