अच्छा इंसान बनना ही पढ़ने-लिखने का मतलब
मऊ : बेहतर जीवन जीने के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। इसके बिना इंसान अधूरा है। शिक्षा ही हमें सही सोचन
मऊ : बेहतर जीवन जीने के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। इसके बिना इंसान अधूरा है। शिक्षा ही हमें सही सोचने वाला और सही निर्णय लेने वाला बनाती है। हम बिना अच्छी शिक्षा के अधूरे हैं। इससे व्यक्ति को अपने मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्तर सुधारने में मदद मिलती है। इसलिए तालिबों को हमेशा गंभीरता के साथ पढ़ाई करनी चाहिए। उक्त बातें मदरसा जामियां अरबिया तालीमुद्दीन में रविवार को आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में कही गई।
हाजी मुख्तार अहमद शिमला की अध्यक्षता में आयोजित उक्त समारोह में आए सभी वक्ताओं ने शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डाला। कहा गया कि इल्म से ही मन के अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है। अच्छे पढ़े-लिखे का मतलब डिग्री व नौकरी नहीं बल्कि अच्छा और सामाजिक व्यक्ति होना है। इस प्रतियोगी दुनिया में सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान शिक्षा से ही संभव है। समारोह में नर्सरी से लेकर फाजिल तक के 75 मेधावी छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मदरसे के प्रधानाचार्य अब्दुल अलीम ने कहा कि इस संस्था में छात्र अनुशासन में रहकर पढ़ाई करते हैं। अधिवक्ता विनोद पांडेय व हरिद्वार राय ने कहा कि बच्चे पढ़ाई के साथ ही देश भक्ति की भावना रखें। समाजसेवी व वरिष्ठ अध्यापक असअद नोमानी ने कहा कि यहां के बच्चे औरों से अलग हैं। पढ़ाई और अनुशासन के मामले में इनका कोई सानी नहीं है। इस मौके पर यहां आए गणमान्य व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। मदरसा के प्रबंधक अनवारूलहक नेशनल, तालीमुद्दीन इंटर कालेज के प्रधानाचार्य मुहम्मद मजहर, खुर्शीद अहमद अहमद एजाज अहमद आदि मौजूद थे।