प्रदेश में हो पूर्ण शराब बंदी
मऊ : शराब एक सामाजिक बुराई के साथ अपराध भी है। बिहार प्रांत में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्ण शराब बंदी
मऊ : शराब एक सामाजिक बुराई के साथ अपराध भी है। बिहार प्रांत में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्ण शराब बंदी किए जाने पर अब अपने प्रदेश में भी मांग होने लगी है। सोमवार को शराब बंदी की मांग को लेकर पीस पार्टी ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। राज्यपाल को संबोधित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। धरने में जिलाध्यक्ष अफजाल अहमद ने कहा कि शराब पीना एक सामाजिक बुराई भी है और अपराध भी। देश का संविधान नागरिकों के उत्थान एवं विकास के साथ-साथ सामाजिक बुराईयों को जड़ से समाप्त करने पर बल देता है। इसी आधार पर केंद्र व प्रदेश सरकार भी सामाजिक बुराईयों को खत्म करने को लेकर समय-समय पर कदम उठाती हैं। आज प्रदेश में शराब पीने वालों की संख्या अधिक होने के कारण यह महामारी का रूप लेती जा रही है। आज शराब के चलते ही परिवार टूट रहे हैं। साथ ही साथ कैंसर जैसे गंभीर रोगों को भी दावत दे रहे हैं। प्रदेश में आए दिन शराब के चलते दर्जनों लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं, ऐसे में शराब पर प्रतिबंध लगाना समय की मांग हैं। वक्ताओं ने कहा कि जैसे बिहार प्रांत ने पूर्ण शराब बंदी कर दिया है वैसे ही प्रदेश की सपा सरकार को भी चाहिए कि पूर्ण शराब बंदी लगाएं। इस अवसर पर सनाउल्लाह आजमी, डा. मुहिबुल हक, जमील अहमद, मोहम्मद जैद नेयाज, मुहम्मद नोमान, शाहिद सौदागर, शम्स आलम आदि उपस्थित थे।