मदरसे के छात्रों को भाया बेंच व डेस्क की परीक्षा
मऊ : अरबी फारसी बोर्ड का इम्तेहान बुधवार को समाप्त हो गया। परीक्षा समाप्ति के बाद मदरसे के छात्र प्र
मऊ : अरबी फारसी बोर्ड का इम्तेहान बुधवार को समाप्त हो गया। परीक्षा समाप्ति के बाद मदरसे के छात्र प्रफुल्लित नजर आए। अधिकांश छात्रों को परीक्षा का नया अनुभव सुखद लगा। कामिल अंतिम वर्ष के छात्र अबु फैसल, अनीस अहमद व जुनेद का कहना था कि उन्हें बेंच व डेस्क की परीक्षा अच्छी लगी।
गौरतलब है कि पहली बार अरबी- फारसी की परीक्षा मदरसे के बजाय माध्यमिक इंटर कालेजों में हुई। इंटर कालेज की व्यवस्था तालिबों को खूब भायी। इसके पहले इनकी परीक्षा जमीन पर करायी जाती थी। किन्तु इस दफा सरकार ने अरबी फारसी बोर्ड की परीक्षा यूपी बोर्ड की तर्ज पर कराने का निर्णय लिया था। इसके चलते इसके रजिस्ट्रार मुहम्मद तारिक अहमद ने सूबे के इंटर कालेजों में मदरसे के छात्रों की परीक्षा के लिए 11 अप्रैल से 27 अप्रैल की तिथि निर्धारित की। जिले में इसके 22 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर उक्त परीक्षा को नकल विहीन बनाने के लिए फूलप्रूफ प्लान बनाया गया था। यूपी बोर्ड की भांति उक्त परीक्षा को सकुशल व शुचिता के साथ संपन्न कराने के लिए 4 जोनल व 7 सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई। यही नहीं मदरसा के प्रबंधकों की मांग पर पर्दानशीन छात्राओं के लिए प्राइमरी की 263 महिला टीचर लगाई गई। दो पालियों में इसकी परीक्षाएं हुई। पहली पाली सुबह 8 से 11 बजे तक एवं दूसरी पाली दोपहर 2 से 5 बजे तक हुई। जनपद में अरबी फारसी बोर्ड की परीक्षा में कुल 15 हजार 108 परीक्षार्थी थे। जिला अल्पसंख्यक अधिकारी डा.विजय प्रताप यादव परीक्षा के समापन पर कहा कि अल्पंसंख्यक छात्रों को तालीम की रोशनी देने के लिए शासन ने परीक्षा का जो प्रारूप तैयार किया था। वैसी व्यवस्था मदरसों को भी करनी चाहिए। उधर इंदारा अदरी स्थित नेशनल इंटर कालेज के प्रधानाचार्य व वरिष्ठ अध्यापक उमाकांत यादव ने कहा कि मदरसे के छात्र काफी परीक्षा से काफी खुश थे। परीक्षा की समाप्ति पर कई छात्रों ने कहा कि उक्त परीक्षा की व्यवस्था उनको अच्छी लगी।