अनभिज्ञ रहा असंगठित क्षेत्र
मऊ : श्रमिक संगठनों की देशव्यापी हड़ताल से यातायात, बैं¨कग, बीमा, बिजली आदि क्षेत्र बढ़े पैमाने पर प्
मऊ : श्रमिक संगठनों की देशव्यापी हड़ताल से यातायात, बैं¨कग, बीमा, बिजली आदि क्षेत्र बढ़े पैमाने पर प्रभावित रहे। एक तरफ श्रमिक संगठन जहां अपनी मांग को राष्ट्रीय स्तर उठाने में सफल रहे, वहीं असंगठित क्षेत्र के श्रमिक इस हड़ताल से अप्रभावित अपनी रोजमर्रा की रोजी-रोटी की तलाश में छोटी इकाइयों में लगे रहे। अपने अधिकार से अनभिज्ञ यह श्रमिक औद्योगिक क्षेत्र से लेकर निजी संस्थानों में कार्यरत रहे।
देश के जनजीवन को हिलाकर रख देने वाले श्रमिक संगठनों की पहुंच अभी इन तक नहीं हो पाई है। अपने श्रम को गिरवी रख परिवार की आजीविका चलने को विवश ये श्रमिक अभी भी महाजनी फंदे की फांस से बाहर नहीं निकल पाए हैं। बुधवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल से अप्रभावित यह मजदूर दिनभर खटरस में लगे रहे।
असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की संख्या अपने जिले में भी पर्याप्त है। इंडस्ट्रियल हब न होने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्र सहित निजी संस्थानों में काम करने वालों की संख्या हजारों में है। मजबूत सांगठनिक ढांचा न होने के कारण ये मजदूर अपने अधिकार से वंचित हैं। रोजी-रोटी की तलाश के जुगाड़ में मालिकान की हर शर्त मंजूर करने वाले ये श्रमिक चाह कर भी अपनी मांग नहीं उठा सकते।
औद्योगिक क्षेत्र में कार्य करने वाले अवधेश, मंजूर, हरिहर, चुन्नू ¨सह, शिव चरण आदि ने बताया कि हमे तो पता ही नहीं है कि श्रमिक संगठनों द्वारा कोई विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बाबत किसी संगठन आदि के माध्यम से हमे जानकारी ही नहीं हो पाई। अपनी बेबाक राय रखते हुए वह कहते हैं कि जानकारी होने के बाद भी नहीं जा सकते। अगले दिन नौकरी से बाहर या एक दिन का पैसा कट जाएगा। इसमें मदद के लिए कोई संगठन भी साथ नहीं होगा।
रोजमर्रा की ¨जदगी को चलाने के लिए मालिक जो चाहेगा, वह करना हमारी विवशता है।