खेती के साथ पौधरोपण पर जोर
मऊ : समेकित जल संग्रहण एवं प्रबंधन कार्यक्रम (आइडब्ल्यूएमपी) योजना में जिले के पचासों गांवों में धान
मऊ : समेकित जल संग्रहण एवं प्रबंधन कार्यक्रम (आइडब्ल्यूएमपी) योजना में जिले के पचासों गांवों में धान की मेड़ पर सागौन के पौधों का रोपण किया जा रहा है। योजना में चयनित गांवों में पर्यावरणीय संरक्षण के वाटरशेड कमेटी के सदस्यों को सागौन के पौधे वितरित किए जा रहे हैं। भूमि संरक्षण विभाग द्वारा संचालित इस योजना में लक्ष्य के सापेक्ष पौधरोपण का कार्य आगामी 15 अगस्त तक कर दिया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में 50 हजार इमारती व फलदार पौधों के वितरण का लक्ष्य विभाग ने निर्धारित किया है।
कार्य प्रभारी दीपेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि योजना के पहले व दूसरे चरण मे चयनित प्रक्षेत्र में किसानों को इमारती व फलदार पौधे वितरित किए जा रहे हैं। योजना के पहले चरण में मुहम्मदाबाद गोहना के भदीड़ में पुनित ¨सह, अशोक ¨सह, बरहदपुर में ओंकार ¨सह, मनोज कुमार सहित अन्य चयनित गांवों में पौधों का वितरण कार्य प्रभारियों द्वारा किया जा रहा है। दूसरे चरण में घोसी ब्लाक के अरियासो गांव में अजय ¨सह, उदयभान ¨सह, पकड़ी खुर्द गांव में राजेंद्र यादव, वंश बहादुर ¨सह, पकड़ी बुजुर्ग में इंद्रभान यादव, राम कुंवर ¨सह सहित अन्य चयनित गांवों में पौध वितरण किया जा रहा है।
योजना में किसानों खेत की मेड़ पर इमारती पौधों को लगाने के लिए प्रेरित कर अन्य को इसके बारे में जागरूक किया जा रहा है। अब तक लक्ष्य के सापेक्ष 15 हजार पौध वितरण का कार्य किय जा चुका है।
समय से लक्ष्य निर्धारित करने का निर्देश
भूमि संरक्षण अधिकारी वीके ¨सह ने बताया कि 50 हजार पौध वितरण के लक्ष्य में आईडब्ल्यूएमपी योजना के तहत 30 हजार व मनरेगा योजना के तहत 20 हजार पौधों को वितरित किया जाएगा। आगामी 15 अगस्त से पूर्व सभी चयनित प्रक्षेत्रों में पौधरोपण कार्य संपन्न करा लिया जाएगा। इसके लिए अवर अभियंता बच्चा राम यादव, इंद्रसेन ¨सह, नियाज अहमद के नेतृत्व में सभी कार्य प्रभारियों को समय से पौधरोपण का लक्ष्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। फसल के साथ वृक्ष खेती की तरफ किसानों को योजना के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।