बढ़े डायरिया व गैस्ट्रो के मरीज
मऊ : गर्मी के बढे़ पारे के कारण लोग धड़ाधड़ बीमार पड़ने लगे हैं। चिलचिलाती गर्मी का सबसे ज्यादा असर नवज
मऊ : गर्मी के बढे़ पारे के कारण लोग धड़ाधड़ बीमार पड़ने लगे हैं। चिलचिलाती गर्मी का सबसे ज्यादा असर नवजात शिशुओं व बच्चों पर पड़ रहा है। जिला अस्पताल समेत हर प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भरमार है। चिलचिलाती गर्मी व धूप में तेजी के कारण बच्चों को बुखार एवं दस्त होने लगे हैं। जिला अस्पताल में शनिवार को बाल रोग विभाग में बच्चों और महिलाओं की इस कदर भीड़ थी कि चिकित्सक को ज्यादा समय देना पड़ा। इसी प्रकार जनरल फिजीशियन डॉ. आर एम मिश्र के कक्ष भी मरीजों से भरे हुए थे। गर्मी का पारा 44 पार होने के बाद अस्पताल में शुक्रवार से मरीजों की तादात एकाएक बढ़ने लगी है। शनिवार को आठ सौ से ज्यादा मरीज देखे गए।
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अटा रहा बाल रोग कक्ष
बाल रोग विभाग के एक चिकित्सक के न रहने के बावजूद मरीजों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। डॉ. डीएनराय का कक्ष मरीजों से अटा रहा। अस्पताल में मौजूद सभी चिकित्सकों ने माना कि गर्मी के चलते मरीजों में इजाफा हुआ हैं। डा. राय के अनुसार वर्तमान समय में बीमार बच्चों की तादाद बढ़ने लगी है। डायरिया व गैस्ट्रो के ज्यादा रोगी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी का पारा चढ़ने के साथ ही संक्रामक रोग का प्रकोप शुरू हो गया है। हर दिन डायरिया व गैस्ट्रो से पीड़ित अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। उन्हें ज्यादातर अस्पताल से ही दवाएं दी जा रही थी। एंटीबायोटिक सहित सभी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध है।
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संक्रामक रोगों के इलाज की है व्यवस्था
मुख्य चिकित्सक अधीक्षक डॉ. एके पांडेय के अनुसार मरीजों को यहां से प्रापर इलाज मिले। इसके लिए सभी मुख्य दवाएं यहां मैजूद हैं। सिप्रोफ्लाक्सिन, ओआरएस, मेट्रोजिल, पैरासिटामाल से लेकर सभी दर्द निवारक दवाएं भी यहां उपलब्ध हैं।
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जिलाधिकारी के निरीक्षण से सुधरी है व्यवस्था
जनपद में डीएम का चार्ज लेने के चंद घंटे के बाद उनके द्वारा जिला अस्पताल की सुधि लेने से भी यहां की व्यवस्था में सुधार आया है। यही नहीं जिलाधिकारी का दूत बनकर आए नवागत सिटी मजिस्ट्रेट ने भी निरीक्षण किया। इसके बाद ओपीडी में डाक्टर समय से बैठने लगे हैं।