सच्चे हृदय में वास करते हैं भगवान
मऊ : प्रख्यात कथावाचक स्वामी अनूपानंद ने गुरुवार को भीटी में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम में भगवान श्री
मऊ : प्रख्यात कथावाचक स्वामी अनूपानंद ने गुरुवार को भीटी में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन के विविध पक्षों पर विस्तार से प्रकाश डाला। लोक जगत में उनके नाम का रहस्योदघाटन करते हुए उनके अनेक प्रसंगों का निरूपण किया।
कहा कि माखनचोर वाक्य से विभूषित भगवान श्रीकृष्ण सच्चे हृदय में वास करते हैं। माखन हृदय की तरह कोमल होता है। सच्चे भक्त के माखन से कोमल हृदय के चोर हैं गोपी वल्लभ। बाल्यकाल में उनके द्वारा माखन चुराए जाने के बाद गोपियां शिकायत लेकर जब यशोदा के पास जाती हैं। तब उनके द्वारा डांटते ही गोपियां कन्हैया को न डांटने की मनुहार भी करने लगती हैं। दूसरी ओर योगीराज श्रीकृष्ण के द्वारा असुरों का संहार तो किया जाता है लेकिन लोक जगत में उसे उनके बाल सुलभ कार्यों द्वारा निरूपित किया जाता रहा। कंस के अत्याचार से डरी गोपियों की मटकी तोड़कर वह उसकी सत्ता को बचपन से ही चुनौती देने लगते हैं। उन्होंने मानवीय मर्यादाओं की स्थापना की। संहारक की भूमिका निभाने वाले श्रीकृष्ण भक्तों के लिए सुलभ ही उपलब्ध हो जाते हैं। भक्तों के हृ़दय में जब भाव की ज्योति जलने लगती है। तभी ईश्वर वहां प्रकट हो जाते हैं। आयोजन में अशोक ¨सह, पवन ¨सह, संतोष ¨सह पुन्नू, अवधबिहारी ¨सह, हरेंद्र ¨सह, पवन ¨सह आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई।