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शस्त्रधारकों के कारतूसों की होगी जांच : एसपी

मऊ : बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद उनके पास मिल रहे बेहिसाब कारतूसों को देखते हुए पुलिस इस पर काफी गंभ

By Edited By: Published: Thu, 26 Feb 2015 07:06 PM (IST)Updated: Thu, 26 Feb 2015 07:06 PM (IST)
शस्त्रधारकों के कारतूसों की होगी जांच : एसपी

मऊ : बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद उनके पास मिल रहे बेहिसाब कारतूसों को देखते हुए पुलिस इस पर काफी गंभीर है। बदमाशों को मिल रहे इतने कारतूसों के स्त्रोतों का पता लगाने के लिए अब लाइसेंसी शस्त्रधारकों पर पेंच कसी जाएगी।

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गुरुवार को प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ¨सह ने उक्त आशय के संकेत दिए। कहा कि अपराधियों के पास मिल रहे भारी मात्रा में कारतूस अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके पास ये कहां से आ रहे हैं, इन्हें जानने के लिए अभियान चलाकर जनपद के सभी रिवाल्वर व पिस्टल के लाइसेंस धारकों से उनके द्वारा खरीदे गए कारतूसों का हिसाब लिया जाएगा। अब हर लाइसेंसी शस्त्रधारक को अपने कारतूसों का हिसाब प्रस्तुत करना होगा। बुधवार को चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के सेंचुई नहर पुलिया के पास से मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सुजीत ¨सह बुढ़वा की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से बरामद कारतूसों की भारी खेप से पुलिस की आंखें चौंधियां गईं।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद में लगभग पांच हजार से अधिक लाइसेंसी शस्त्रधारक हैं। उन्होंने बताया कि जिनके पास बंदूक व राइफल हैं उनको 100 कारतूस और जिनके पास रिवाल्वर व पिस्टल है उनको 25 कारतूस दिए जाते हैं। एसपी ने बताया कि पहले शादी-विवाह में लोग हर्ष फाय¨रग करते थे इसलिए कोई कार्रवाई नहीं होती थी। अब इस पर रोक लग गई है। ऐसे में लोग जो कारतूस ले रहे हैं उनका वे क्या उपयोग कर रहे हैं। इसी को लेकर यह कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। प्रेसवार्ता के दौरान ही उन्होंने बताया कि कुछ लोग अपने परिवार के दो से तीन सदस्यों के नाम भी शस्त्र लाइसेंस बनवा लिए हैं। इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि इनमें से कुछ लोग अपने कारतूसों को बेचते भी हों। हो सकता है कि उनका कारतूस किसी के माध्यम से आपराधियों के पास भी पहुंच जाता होगा। जांच में ऐसा कुछ मिला तो उनके आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इनसेट...

बुढ़वा के तीन साथियों के तलाश में जुटी पुलिस

बुधवार को चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के सेचुई नहर पुलिया के पास से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार सुजीत ¨सह बुढ़वा ने पुलिस को बताया कि उसके द्वारा अंजाम दी गई हर घटना के समय उसके तीन साथी हमेशा साथ-साथ रहे हैं। वे अभी भी फरार हैं। पुलिस से कड़ाई से पूछताछ में उन्होंने बताया कि आज तक जो भी वारदातें हुई हैं उनमें उसके साथ रानीपुर थाना क्षेत्र के आशीष चौबे, विक्रांत यादव, प्रेम सागर उर्फ विक्की मिश्र शामिल रहे है। सुजीत ¨सह बुढ़वा द्वारा साथियों नाम पता बाताने के बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए जुट गई है।


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