राज्य कर्मचारियों का आंदोलन आज, गरमाएंगे मुद्दे
मऊ : अपनी 26 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के लोगों ने एक बार फिर से सरकार
मऊ : अपनी 26 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के लोगों ने एक बार फिर से सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने के लिए पूरी तरह मन बना लिया है। आंदोलन की शुरूआत वैसे तो गुरूवार को एक दिवसीय आंदोलन से की जाएगी पर इस दफा आंदोलन में विघ्न न पड़े इसके लिए कर्मचारी नेता केंद्रीय कर्मचारियों के साथ मिलकर संघर्ष करने की कवायद में जुटे हैं।
कर्मचारी परिषद के जिला संयोजक सरोजनाथ पांडेय ने बताया कि जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने और मशाल जुलूस के बाबत संगठन के लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है। केंद्रीय कर्मचारियों की भांति पेंशन देने व सरकारी विभागों के निजीकरण की प्रक्रिया बंद करने सहित अन्य मांगों को लेकर अभी भले केवल एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है पर आगे होने वाले आंदोलनों के बाबत भी तैयारी की जा रही है।
कहा कि दो साल पहले हम लोगों ने जो 13 दिनों का आंदोलन किया था। उससे सरकार हिल गई थी। कोर्ट के फैसले के कारण उस समय हड़ताल को स्थगित करना पड़ा पर अब अपनी मांग को पूरी कराने के लिए ऐसी रणनीति बना रहे हैं जिससे हमें कोई दबा नहीं पाए। उधर संघ के रामाश्रय यादव व सीताराम कुशवाहा ने बताया कि हमें धरना-प्रदर्शन करने व मशाल जुलूस निकालने की अनुमति मिल चुकी है। सुबह कलेक्ट्रेट में धरना देने के बाद शाम को पीडब्ल्यूडी कार्यालय से आजमगढ़ मोड़ तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा। प्रदर्शन को कामयाब बनाने के लिए सभी विभागों के कर्मचारियों से संपर्क किया जा चुका है। कर्मचारी नेता रविकांत यादव ने बताया कि वेतन समिति 2008 के अनुसार अभी भी कई विभागों के कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। इससे कर्मचारियों मे रोष बढ़ रहा है।