तीन माह नहीं बीते, सड़क में दरार
मऊ : नगर का बहुप्रतीक्षित ढेकुलिया घाट पुल का अप्रोच मार्ग आठ वर्षो बाद मूर्त रूप ले सका। उसे बने अभ
मऊ : नगर का बहुप्रतीक्षित ढेकुलिया घाट पुल का अप्रोच मार्ग आठ वर्षो बाद मूर्त रूप ले सका। उसे बने अभी तीन माह भी पूरे नहीं हुए कि सड़क एक किनारे से फटने लगी है। उसमें लगभग चार मीटर गहरी दरार फट गई है। इससे किसी समय भारी वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने और भीषण हादसा होने की संभावना बन गई है।
नगर में तमसा नदी पर उक्त पुल का शिलान्यास वर्ष 2006 में तत्कालीन लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने किया था। तब से लेकर आज तक वह पुल बन नहीं सका था। पुन: सपा की सरकार बनने पर किसी तरह बनकर तैयार हुआ तो अगस्त-सितंबर माह में उसका अप्रोच मार्ग बन सका और फिर पिचीकरण कराया गया। अभी तीन माह भी नहीं बीते कि सड़क उत्तरी किनारे पर काफी गहराई में फट गई है। इसका कारण वहां पाटी गई मिट्टी का ठीक से न दबना बताया जाता है। फटी सड़क का किनारा इतना खतरनाक हो गया कि रात में किसी समय किसी भारी वाहन ने साइड लिया तो वह धंस कर नदी की तरफ ढह सकता है। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना बन गई है। आसपास के लोगों का कहना है कि पाटी गई मिट्टी के किनारों पर मजबूत दीवार जोड़ दी गई होती तो मिट्टी न खिसकती, न दीवार फटती।