आस्था व उल्लास के बीच मां की विदाई
मऊ : धन, वैभव तथा ऐश्वर्य व कल्याण की देवी माता लक्ष्मी, बुद्धि प्रदाता एकदंत भगवान गणेश व शत्रु संह
मऊ : धन, वैभव तथा ऐश्वर्य व कल्याण की देवी माता लक्ष्मी, बुद्धि प्रदाता एकदंत भगवान गणेश व शत्रु संहारिणी माता काली की प्रतिमाएं आस्था व उल्लास व अगले बरस आने की आस के बीच नदियों में विसर्जित कर दी गई। भक्तों द्वारा किए गए जयनाद से वातावरण गूंज उठा।
दीपावली के अवसर पर जनपद के सैकड़ों स्थानों पर रखी गई लक्ष्मी-गणेश, हनुमान, सरस्वती व मां काली की प्रतिमाएं शुक्रवार व शनिवार को श्रद्धा, उमंग व उल्लास के माहौल में तमसा व घाघरा नदी में विसर्जित की गई। विसर्जन जुलूस में नाचते-गाते युवकों की टोली मां का जयकारा लगाती रही। नगर के राजारामपुरा, राजपूताना, ब्राह्माण टोला, मुंशीपुरा आदि स्थानों पर रखी गई प्रतिमाओं के विसर्जन जुलूस में विभिन्न अखाड़ों के कलाकारों द्वारा युद्धकौशल का प्रदर्शन किया गया।
प्रतिमाओं के विसर्जन का शुक्रवार से जारी सिलसिला शनिवार की रात तक जारी रहा। विसर्जन जुलूस गाजे-बाजे के साथ निकला। विसर्जन जुलूस में बज रहे भक्ति गीतों पर भाव विभोर हो श्रद्धालु पूरे रास्ते थिरकते रहे। शुक्रवार को पूजन-अर्चन, आरती के बाद प्रतिमाओं को वाहनों पर सुसज्जित भव्य रथों पर सवार किया गया। समस्त प्रतिमाएं नियत समय पर एकत्र हुई। इसके बाद उनकी शोभायात्रा निकाली गई जो पूरे शहर का भ्रमण करने के बाद तमसा नदी में विसर्जित कर दी गई।
दोहरीघाट प्रतिनिधि के अनुसार, क्षेत्र में स्थापित मां लक्ष्मी की सैकड़ों प्रतिमाओं का धूमधाम से विसर्जन किया गया। सरयू की पवित्र धारा में विसर्जन के समय वैदिक मंत्र गूंजते रहे।