निर्माण ढहाने पहुंची टीम पर पथराव, एसडीएम व सीओ आवास में तोड़फोड़
शाहगंज (जौनपुर): रामलीला मैदान पर अतिक्रमण के विवाद में बुधवार की शाम बवाल हो गया। अतिक्रमण हटाने पह
शाहगंज (जौनपुर): रामलीला मैदान पर अतिक्रमण के विवाद में बुधवार की शाम बवाल हो गया। अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम पर जमकर पथराव हुआ। विरोध में महिला ने आत्मदाह का प्रयास भी किया। भीड़ ने एसडीएम व सीओ आवास में तोड़फोड़ के साथ जेसीबी को भी तोड़ दिया। घटनाक्रम के दौरान महिलाएं घायल भी हुई। तैयार किए जा रहे रावण के पुतले को भी आग के हवाले कर दिया गया।
रामलीला मैदान पर अतिक्रमण हटाने की बात करते हुए मंगलवार को रामलीला समिति के लोगों ने तहसीलदार केके सिंह को पत्रक सौंपकर चेतावनी दिया था कि बुधवार की शाम तक अतिक्रमण नहीं हटवाया गया तो बुधवार की रात रामलीला का मंचन नहीं किया जाएगा। इस चेतावनी के बाद बुधवार की शाम करीब 4 बजे प्रशासनिक अमला राजस्व कर्मियों की टीम के साथ पहुंचा। टीम के पहुंचते ही वीरेंद्र चौहान की पत्नी मुन्नी देवी ने मिट्टी का तेल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया, जिसे कोतवाल आरके अग्निहोत्री व पुलिस के जवानों ने पकड़कर बचा लिया।
जेसीबी मशीन ने पाकड़ का पेड़ गिराया और निर्माण ढहाने के लिए बढ़ी कि भीड़ ने पथराव कर दिया। जेसीबी चालक वाहन लेकर भाग खड़ा हुआ। प्रशासनिक अधिकारी भीड़ का दबाव बढ़ते देख मौके से तहसील की तरफ निकल गए। उधर निर्माण हटाने के प्रशासन के रुख को लेकर गुस्सा लोगों में बढ़ता रहा। लोगों ने डाक बंगले के पास खड़े पीएसी जवानों को पथराव करते हुए दौड़ा लिया। जवानों ने भागकर जान बचाई। इन सबके बीच किसी ने रामलीला मैदान में बन रहे पुतले को आग के हवाले कर दिया। एक बार पुन: जेसीबी को आगे बढ़ते देखकर भीड़ ने पथराव करते हुए उसे हटा दिया और तहसील गेट के पास उसका शीशा भी तोड़ दिया।
उधर सीमेंट शेड की छत पर बैठी वीरेंद्र चौहान के घर की एक महिला और लड़की अचानक शेड टूट जाने से गिरकर घायल हो गई। भीड़ का आक्रोश बढ़ता रहा और लोग उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी आवास में घुस गए और उसमें रखी चौकी आदि सामान सड़क पर रखकर तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने पीएसी की गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। पुलिस के वाहनों पर भी पथराव हुआ। बाद में भारी पुलिस व पीएसी के जवान के साथ अधिकारियों के पहुंचने पर भीड़ हटी और स्थिति नियंत्रण में आई।