दुष्कर्म का आरोप, जांच में फर्जी
मधुबन (मऊ) : स्थानीय थाना क्षेत्र के एक गांव में पारिवारिक विवाद को लेकर अपने सगे पट्टीदार के नाबालिग लड़के को बलात्कार के फर्जी मामले में फंसाने का प्रयास निष्फल हो गया। घटना की शिकायत मिलते ही हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ल और अपर पुलिस अधीक्षक तेजस्वरूप सिंह मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू किया तो वादिनी अपने द्वारा ही लगाए आरोप से मुकर गई और अपनी पुत्री का चिकित्सकीय परीक्षण कराने से इन्कार कर दिया।
महिला ने अपनी 8 वर्षीय पुत्री के साथ उसके 11 वर्षीय चचेरे भाई द्वारा बीते 28 जुलाई को दुष्कर्म करने का आरोप लगाया और 31 जुलाई की रात में नामजद मुकदमा दर्ज कराया। इस सनसनीखेज मामले का मुकदमा दर्ज होने की बात सुनकर हड़कंप मच गया। खुद पुलिस अधीक्षक एके शुक्ल और अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो मामला रंजिशवश फंसाने की गरज से दर्ज कराया गया फर्जी निकला। पता चला कि वादिनी का उसके सगे पट्टीदार से कुछ दिनों पूर्व विवाद हुआ था तथा मारपीट भी हुई थी। इसमें गांव के लोगों ने पहल करके समझौता करा दिया था। बाद में अचानक महिला ने शातिराना चाल चलते हुए अपने पट्टीदार के लड़के को मुकदमे में फंसाने की साजिश रच डाली। मुकदमा दर्ज कराने के कुछ घंटों के बाद ही वादिनी पुलिस की जांच में उलझकर टूट गई और पूरे मामले में रहस्य का पर्दा हटाते हुए अपने आरोप से मुकर गई। लड़की का चिकित्सकीय परीक्षण कराने से इन्कार कर दिया।