घाघरा उफान पर, कटान जारी
दोहरीघाट (मऊ) : घाघरा नदी का जलस्तर फिर उफान पर है। इसमें एक बार फिर तेजी से वृद्धि होना शुरू हो गया है। अवराडांड़ में शुक्रवार को घाघरा का जलस्तर 70.85 मीटर पर दर्ज किया गया है जो खतरा बिंदु से 45 सेमी ऊपर है। हालांकि नगर के गौरीशंकर घाट पर यह 69.55 मीटर पर मापा गया जो खतरा बिंदु से 35 सेंटीमीटर नीचे है। रिंगबांध के नीचे नदी का दबाव बढ़ता जा रहा है। सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि नदी में गत वर्ष ही विलीन हो चुकी है। नदी बंधा के करीब आ चुकी है। कीरतूपुर में घाघरा दबाव बना रही है।
सरहरा से रामपुर तक पीचिंग कार्य अधूरा है। जबकि पिचिंग कार्य के लिए गत वर्ष ही 5 करोड़ रुपया शासन द्वारा मिला हुआ है फिर भी कार्य अधूरा है। कार्य पूरा न होने से कीरतूपुर में बंधे पर नदी के पानी का दबाव बढ़ गया है। घाघरा नागा बाबा की कुटी के पास रुक-रुक कर कटान कर रही है। डोमराज के घर के नीचे घाघरा गहरा गड्ढा बना रही है इससे गौरीशंकर घाट पर कटान का खतरा काफी बढ़ गया है। इस बार नदी अपना रुख बदलकर कटान कर रही है। सिंचाई विभाग लहरों से होने वाली कटान को हर स्थान पर रोकने में अक्षम साबित हो रहा है।
सूरजपुर प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के रामजानकी मंदिर के पास तेजी से कटान कर रही है। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों का मानना है कि पिछली बार नदी कटान करते हुए आबादी तक पहुंच गई थी। अगर कटान से बचाव के उपाय नहीं किए तो इस बार फिर तटवर्ती गांवों में आबादी की बरबादी तय है।