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जंक्शन पर पांच जगहों से घुसपेठ करते हैं जानवर

जागरण संवाददाता, मथुरा: करीब चार दिन पहले जंक्शन पर सांसद हेमा मालिनी के सांड के हमले स

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Nov 2017 06:50 PM (IST)Updated: Sat, 04 Nov 2017 06:50 PM (IST)
जंक्शन पर पांच जगहों से घुसपेठ करते हैं जानवर
जंक्शन पर पांच जगहों से घुसपेठ करते हैं जानवर

जागरण संवाददाता, मथुरा: करीब चार दिन पहले जंक्शन पर सांसद हेमा मालिनी के सांड के हमले से बचने की घटना ने रेलवे अधिकारियों के हाथ-पैर फूला रखे हैं। अब रेलवे का अमला जानवरो के जंक्शन पर प्रवेश करने वाले रास्तों की तलाश कर रहा है। अब तक ऐसे पांच स्थान चिन्हित किए गए हैं जहां से जानवर जंक्शन पर जाते हैं।

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जंक्शन पर एक नवंबर को सांसद हेमा मालिनी सांड से चोटिल होने से बची थीं। वह जंक्शन के सुंदरीकरण के लिए रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक करने आईं थीं। इसी रात रेलवे के एक बड़े अधिकारी जानवर से बचे थे। वह दिल्ली से बड़ौदा जाते समय प्लेटफार्म पर उतरे थे, इसी दौरान वह चोटिल होने से बचे थे। उन्होंने प्लेटफार्म पर घूमते जानवरों की वीडियो बनाकर जीएम को डाली थी। इस घटना के बाद आनन-फानन में एसएस केएल मीणा को निलंबित किया गया और प्लेटफार्म पर जानवर रोकने की कार्रवाई शुरू कर दी गई।

प्लेटफार्म पर जानवर का प्रवेश रोकने को रेलवे प्रशासन जुट गया है। फिलहाल पांच स्थान चिन्हित किए हैं जहां से सबसे ज्यादा जानवर आते हैं। तीनों एंट्री के प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म नंबर पांच और आउटरों से जानवर स्टेशन के प्लेटफार्म पर प्रवेश पा जाते हैं। मुख्य एंट्री के प्रवेश द्वार पर तो जानवरों को रोकने के लिए रै¨लग लगाने का कार्य रेलवे प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया गया है। इसके बाद अन्य स्थानों पर भी रे¨लग लगाकर जानवरों का प्रवेश रोका जाएगा। इसके बाद आवश्यता पड़ने पर अन्य स्थानों पर भी रै¨लग लगाई जाएगी।

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आउटरों पर तैनात किए जाएंगे जवान

स्टेशन पर जानवर ही नहीं अपराधी भी आउटरों से प्रवेश कर जाते हैं। जाड़े में यात्रियों के साथ चोरी की घटना बढ़ने की अधिक संभावना बढ़ जाती है। इन्हें रोकने के लिए आरपीएफ और जीआरपी संयुक्त रूप से जवान तैनात करने की योजना तैयार कर रही है। जंक्शन चारो तरफ से खुला होने के कारण प्रवेश पाना आसान होता है। यात्रियों की प्लेटफार्म पर दो-तीन स्थानों पर ही चे¨कग होती है। अपराधियों को स्टेशन की भौगोलिक स्थिति की जानकारी होने के कारण वह अन्य रास्तों से आ जाते हैं। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर जीआरपी और आरपीएफ संयुक्त रूप से जवान तैनात करेगी।


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