गिरिराज प्रभु को सर्दी से राहत देगी सुहाग सोंठ
मथुरा, गोवर्धन: ठिठुरन भरी सर्दी से कही गिरिराज प्रभु को ठंड न हो जाए इसलिए भक्त प्रभु को स
मथुरा, गोवर्धन: ठिठुरन भरी सर्दी से कही गिरिराज प्रभु को ठंड न हो जाए इसलिए भक्त प्रभु को सर्दी से निजात दिलाने के लिए देसी नुस्खे अपना रहे हैं। गिरिराज भक्त सुहाग सोंठ तैयार कर रहे हैं। भगवान के बाल स्वरूप का उपासक ब्रज मंडल एक अनूठी सेवा में जुटा है। ब्रज के प्रसिद्ध मंदिरों में शयन के समय मखमली रजाई का प्रयोग किया जा रहा है। सुबह सर्दी से बचाव को प्रभु की सेवा में देसी नुस्खा सुहाग सोंठ का सेवन कराया जा रहा है।
सेवायत सुरेश पुरोहित के अनुसार सुहाग सोंठ में मुख्यत: कस्तूरी, जावित्री, काली मिर्च, लोंग, सोंठ, केशर, जायफल, छोटी इलायची, बड़ी इलायची, खोवा, चीनी आदि का प्रयोग किया जाता है। गिरिराज प्रभु को मंगला आरती के समय सुहाग सोंठ का भोग लगाया जाता है। प्रभु के भोजन प्रसाद में आने वाले पदार्थाें की सूची भी मौसम के हिसाब से परिवर्तित की जाती है। दानघाटी मंदिर के सेवायत रामेश्वर पुरोहित के अनुसार, सर्दी के कारण प्रभु की मंगला का समय सुबह 5 बजे कर दिया गया है। राजभोग लगाकर प्रभु वस्त्र धारण कर श्रृंगार में भक्तों को दर्शन देते हैं। रात्रि करीब 11 बजे प्रभु का शयन हो जाता है। प्रभु के भोग में भी परिवर्तन हुआ है। मंगला भोग में माखन मिश्री के साथ भुने बादाम और गर्म दूध का भोग लगाया जाता है। राजभोग में रोटी दाल चावल कड़ी के साथ बाजरा और मेवा शामिल की गई हैं। शयन भोग में बादाम का हलवा शामिल किया गया है। मुकुट मुखार¨वद मंदिर के प्रबंधक मनुऋषि के अनुसार मंगला का समय परिवर्तन कर सुबह 4:30 बजे कर दिया गया है। दोपहर 2 बजे से प्रभु श्रृंगार में भक्तों को दर्शन देते हैं।