हंगामे की आहट भांप जेल से हटाये जवाहरबाग के आरोपी
जागरण संवाददाता, मथुरा: दो जून नजदीक आए उससे पूर्व ही सतर्क हुए जेल प्रशासन ने जवाहरबाग के आरोपियों
जागरण संवाददाता, मथुरा: दो जून नजदीक आए उससे पूर्व ही सतर्क हुए जेल प्रशासन ने जवाहरबाग के आरोपियों को जिला जेल से हटाना शुरू कर दिया है। जेल प्रशासन को भनक लगी है कि यह आरोपी दो जून से भूख हड़ताल कर सकते हैं। इस हंगामे की आशंका के बाद इन्हें मथुरा जेल से हटाना शुरू कर दिया गया है। सोमवार को जेल से चार आरोपियों को प्रदेश की अन्य जेल में भेज दिया गया।
दो जून 2016 को जवाहर बाग में जमे कथित सत्याग्रहियों को हटाने की कार्रवाई पुलिस ने की थी। इस कार्रवाई में तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और थानाध्यक्ष फरह संतोष यादव शहीद हुए थे। इसके अलावा जवाहर बाग में मौजूद कई कथित सत्याग्रहियों और उनका नेतृत्व कर रहे रामवृक्ष यादव की भी मौत हो गई। बाकी सत्याग्रहियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जवाहर बाग कांड के आरोपी मथुरा जेल के अलावा अलीगढ़ और आगरा जेल में बंद हैं। परंतु मथुरा जेल में इनकी सर्वाधिक संख्या 80 है। आगरा में 25 और अलीगढ़ में 20 आरोपी बंद हैं। सेामवार को मथुरा जेल प्रशासन ने संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने के कारण चार आरोपियों को अन्यत्र भेज दिया है। जेल प्रशासन ने रामायण प्रसाद पुत्र राम लखन जिला कारागार लखनऊ, अनूप पुत्र नरेश जिला कारागार सुल्तानपुर, राकेश बाबू पुत्र हरीराम जिला कारागार कानपुर नगर, हरनाथ पुत्र गंगासागर को केंद्रीय कारागार नैनी भेजा गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जवाहरबाग कांड से संबंधित जो कथित सत्याग्रही बाहर हैं वह भी दो जून को आंदोलन की रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। आरोपियों के अधिवक्ता एलके गौतम ने बताया कि सोमवार को चार सत्याग्रहियों को अन्यत्र जेल स्थानातंरित किया गया है।