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डायरिया से दो बच्चों की मौत, दर्जनों बीमार

सुरीर (मथुरा): कस्बा और आसपास के गांवों में इन दिनों डायरिया फैल रहा है। बीमारी की चपेट में आने स

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 May 2017 05:21 PM (IST)Updated: Wed, 17 May 2017 05:21 PM (IST)
डायरिया से दो बच्चों की मौत, दर्जनों बीमार
डायरिया से दो बच्चों की मौत, दर्जनों बीमार

सुरीर (मथुरा): कस्बा और आसपास के गांवों में इन दिनों डायरिया फैल रहा है। बीमारी की चपेट में आने से बुधवार को दो बच्चों की मौत गई है और पांच दर्जन से अधिक बीमार हैं। इनमें एक दर्जन की हालत गंभीर बताई जा रही है।

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निजी डॉक्टरों की क्लीनिक पर उपचार के लिए डायरिया से पीड़ित बच्चों की भीड़ लगी है। बुधवार को रज्जो निवासी गांव नयाबांस के धेवते र¨वद्र (2) की मौत हो गई। यह बच्चा मां पूजा के साथ दो दिन पहले ननिहाल आया था। इसी तरह गांव परसोती गढ़ी निवासी कल्लू खान के बेटे समीर (5) की भी बुधवार की सुबह मौत हो गई। डायरिया से पीड़ित उनकी बेटी मुबीना (12) की हालत गंभीर है। उसका निजी डॉक्टर के यहां उपचार चल रहा है।

इसके अलावा सुरीर एवं आसपास के गांवों में कुश (5), नितिन (2), गो¨वद (2), आकिव (6), खगेश (4), विकास (11), प्रिया (12), ऊषा (8), रमेश (7), नरेंद्र (8), ईश्वरी (2), निशा (9) सुंदर (4), जीनत (8), कपिल (10) समेत पांच दर्जन से अधिक बच्चे डायरिया की चपेट में आने से बीमार हैं। इनमें से करीब एक दर्जन बच्चों को इलाज के लिए मथुरा, आगरा ले जाया गया है।

डायरिया की बीमारी का सबसे ज्यादा असर ईट भट्ठों पर रहने वाले मजदूर एवं उनके बच्चों पर हो रहा है। सुरीर के अलावा सिकंदरपुर, नगला जगरूपा, नगला बरी, परसोती गढ़ी, तेहरा समेत कई अन्य गांवों में भी डायरिया पैर पसार रहा है।

यह करें बचाव

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ज्ञान वाष्र्णेय कहते हैं कि आंतों के संक्रमण से दस्त और उल्टी होने लगती हैं, इसे कोलाइटिस कहते हैं। दस्त और उल्टी को तुरंत न रोका जाए तो शरीर में पानी की भारी कमी हो जाती है और डायरिया हो जाता है। ऐसे में पीड़ित के शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। तरल पदार्थ लगातार देते रहें। समस्या अधिक होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

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चिकित्सक विहीन है अस्पताल

बि¨ल्डग बनाने में करोड़ो रुपए खर्च करने के बाद भी मरीजों को सुरीर अस्पताल में इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। एक माह से इस अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं है। मरीजों के इलाज के लिए न तो उचित दवाएं हैं और न ही सुविधा। युवा क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र ¨सह राजपूत का आरोप है कि अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। भाजपा आइटी प्रकोष्ठ के तहसील संयोजक विकास रावत ने अस्पताल पर डॉक्टर और सुविधाओं के लिए डीएम को प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। सीएचसी नौहझील के प्रभारी चिकित्सक डॉ. अर¨वद ¨सह का कहना है कि सुरीर अस्पताल पर डॉक्टर की तैनाती के लिए वह सीएमओ को पत्र लिख रहे हैं।


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