दो दिन बाद भी मंहगी दवा बिकने की जांच नहीं
जागरण संवाददाता, मथुरा: स्वर्णजयंती अस्पताल में दवाओं की बिक्री ¨प्रट मूल्य से ज्यादा पर किए जाने
जागरण संवाददाता, मथुरा: स्वर्णजयंती अस्पताल में दवाओं की बिक्री ¨प्रट मूल्य से ज्यादा पर किए जाने की शिकायत को दो दिन हो गए हैं, लेकिन जांच अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। उल्टा शिकायत करने वाले डॉक्टर को ही अस्पताल निकालने की तैयारी कर रहा है।
14 अप्रैल को टाउनशिप क्षेत्र में रहने वाले कामेश्वर के 16 वर्षीय बेटे सुमित को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। वह बेटे को उपचार के लिए लेकर गए। कामेश्वर ने बताया कि पहले 50 रुपये की पर्ची कटवाई गई। दवा डॉक्टर ने लिखी थीं, वह 203 रुपये की थीं, लेकिन अस्पताल स्थित मेडिकल ने 250 रुपये लिए। उसी दिन एक जला हुआ मरीज बेनामी आया, उससे भी मेडिकल ने 203 रुपये के स्थान पर 250 रुपये वसूल किए।
मरीजों ने इसकी शिकायत ड्यूटी पर मौजूद डॉ. अमरनाथ से की। अमरनाथ ने महंगी दवा का मेडिकल पर विरोध किया तो वहां मौजूद कर्मचारी ने कहा कि यह ऊपर से ही निर्देश हैं। इसके बाद डॉ. अमरनाथ ने सीएमओ और एसडीएम से शिकायत की। शिकायत के दो दिन बाद भी कोई कार्रवाई न होने से अस्पताल प्रशासन के हौसले बुलंद हैं, जबकि महंगी दवा का विरोध करने पर डॉ. अमरनाथ को अस्पताल प्रशासन ने निकालने की तैयारी कर ली है।
स्वर्णजयंती अस्पताल का संचालन सेंट जेएसएफ न्यू देहली द्वारा किया जा रहा है और अस्पताल का टेंडर तीन करोड़ रुपया प्रतिवर्ष है। अस्पताल प्रबंधक अंटों विनसेंट ने बताया कि कंप्यूटर में गड़बड़ी के कारण ¨प्रट ज्यादा हो गए थे, इसे सही कराया दिया है। मरीज से 50 रुपये रिफाइनरी के निर्देश पर लिए जा रहे हैं। डॉक्टर को निकालना है या रखना है यह संस्था का निजी मामला है। सिटी मजिस्ट्रेट राम अरज यादव ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर को भेजकर मंगलवार को जांच कराई जाएगी।