एप्रूव्ड कॉलोनियों में नहीं हैंजल निकासी को नाले
जागरण संवाददाता, मथुरा: हाईवे किनारे की कॉलोनियों के निवासियों की इस बार मुश्किलें बढ़ेंगी। सिक्स
जागरण संवाददाता, मथुरा: हाईवे किनारे की कॉलोनियों के निवासियों की इस बार मुश्किलें बढ़ेंगी। सिक्सलेन का निर्माण हो गया है, लेकिन आसपास की कॉलोनियों की जल निकाली की व्यवस्था नहीं की गई है और न ही नाले बनाए गए हैं। बरसात का पानी कहां जाएगा, यह बड़ा सवाल है?
हाईवे किनारे कई कॉलोनियां बस गई हैं। बल्लभकुंज, लाजपतनगर, पुष्पांजलि उपवन जैसी गेट बंद कॉलोनी भी हैं। इन कॉलोनियों के जल निकासी को विकास प्राधिकरण ने कोई व्यवस्था नहीं की। जल निकासी के बगैर ही कॉलोनियों को एप्रूव्ड कर दिया गया। वर्ष 2009 में एक बिल्डर ने प्रयास किया लेकिन उसमें कुछ लोगों ने बाधा डाल दी।
सियासी लोगों ने इसलिए सहयोग नहीं किया, क्योंकि सिर पर लोकसभा चुनाव था। इसके बाद से न तो बिल्डर ने सुध ली और न प्राधिकरण और जनप्रतिनिधियों ने। स्थानीय लोग कई बार डीएम से इस संबंध में मिल चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। अब तक तो कॉलोनियां ऊंचाई पर थी और हाईवे निचले स्थान पर। इससे कॉलोनियों का पानी हाईवे के नालों में आ जाता था। अब सिक्सलेन बनने से कॉलोनियां नीची रह गई हैं और पानी अब हाईवे की तरफ नहीं आ सकता। इसलिए स्थानीय लोग ¨चतित हैं।