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तेल माफिया के हाथ प्रेशर सिगनल का रिमोट

मनोज चौधरी, मथुरा: तेल पाइप लाइन में सेंध लगाने वाले माफिया कोई आम लोग नहीं है। इन्हें न केवल

By Edited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 12:01 AM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 12:01 AM (IST)
तेल माफिया के हाथ प्रेशर सिगनल का रिमोट
तेल माफिया के हाथ प्रेशर सिगनल का रिमोट

मनोज चौधरी, मथुरा:

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तेल पाइप लाइन में सेंध लगाने वाले माफिया कोई आम लोग नहीं है। इन्हें न केवल पाइप लाइन की बारीकी से समझ है बल्कि तकनीकी तौर पर वह यह भी जानते हैं कि लाइन में वाल्व कब और कहां फिट करना है। कारण पाइप लाइन में फ्यूल 50 केजी प्रति मीटर की गति से बहता है। इस प्रवाह पर वाल्व लगाना संभव ही नहीं है। यह सिर्फ तभी संभव है जब पाइप लाइन में कोई तरल न बह रहा हो। साफ है कि माफिया को पता है कि कब पाइप लाइन में फ्यूल की अदला-बदली होनी है।

सलाया से रिफाइनरी और रिफाइनरी से जालंधर तक क्रूड ऑयल, डीजल, पेट्रोल, एविएशन टर्बाइन फ्यूल की सप्लाई को एक ही पाइप लाइन है। ऐसे में फ्यूल की अदला-बदली के समय पाइप लाइन का प्रेशर ड्रॉप किया जाता है। फ्यूल की अदला-बदली कब और कितने समय में की जानी है इसका पता सिर्फ कंट्रोल रूम को होता है। साफ है कि इस कंट्रोल रुम का रिमोट माफिया के हाथ में है। वह फ्यूल ड्राप के समय पर ही लाइन में वाल्व कस रहा है।

पाइप लाइन में प्रेशर का सिग्नल ड्रॉप होते ही डिटेक्शन सिस्टम लोकेशन देने के साथ ही कंट्रोल रूम में अलार्म बजने लगता है। इस टेक्नॉलाजी के जरिए ही कंट्रोल रूम को पूरी पाइप लाइन के प्रेशर ड्राप की लोकेशन हर दस-दस किलोमीटर के अंतर पर मिलती है।

एक्सपर्ट बताते हैं कि प्रेशर से पाइप लाइन में ज्वलनशील पदार्थ की सप्लाई होने पर छेद करके उस पर वाल्व कसना नामुमकिन हैं। यह तभी संभव हैं, जब पाइप लाइन में प्रेशर डाउन हो। कृष्णा पुरम कॉलोनी में पाइप लाइन में सेंधमारी के बाद रिफाइनरी के टेलीकॉम एंड इंस्टूमेटेंशन के उपप्रबंधक अभिनव मिश्रा ने बताया था कि रिफाइनरी जालंधर पाइप लाइन में डीजल, पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल की सप्लाई की जा रही है। यह सप्लाई भी अलग-अगल दिनों में होती है।

एक्सपर्ट बताते हैं कि जैसे डीजल की सप्लाई पूरी हो गई तो फिर पाइप लाइन की सफाई कराने के बाद ही उसमें पेट्रोल या एविएशन टर्बाइन फ्यूल की सप्लाई की जाएगी। पाइप लाइन को साफ करने के लिए गए शट डाउन के समय ही आसानी से वाल्व कसा जाता है। शट डाउन रिफाइनरी और तेल डिपो के कंट्रोल रूम से मिले संकेत पर ही लिया जाता है। इधर, कृष्णा पुरम में पाइप लाइन में सेंधमारी के मामले की जांच कर रहे एएसपी कुंवर अनुपम ¨सह ने पुष्टि करते हुए बताया कि समय-समय पर पाइप लाइन में सप्लाई को लेकर शट डाउन लिया जा रहा है। साफ है कि माफिया के पास शटडाउन के समय की पक्की सूचना होती है।


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