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यमुना पर नेताओं से नहीं कराएंगे संकल्प

मनोज चौधरी मथुरा: चुनावी मौसम में यमुना की दुर्दशा का रोना रोने वाले नेताओं के लिए इस बार विश्राम घा

By Edited By: Published: Wed, 18 Jan 2017 12:30 AM (IST)Updated: Wed, 18 Jan 2017 12:30 AM (IST)
यमुना पर नेताओं से नहीं कराएंगे संकल्प
यमुना पर नेताओं से नहीं कराएंगे संकल्प

मनोज चौधरी मथुरा: चुनावी मौसम में यमुना की दुर्दशा का रोना रोने वाले नेताओं के लिए इस बार विश्राम घाट पर मुश्किल हो सकती है। यमुना शुद्धिकरण का संकल्प लेकर लोगों की संवेदना बंटोरने वाले नेताओं को इस बार तीर्थ पुरोहित संकल्प नहीं कराएंगे। इनका कहना है कि नेता यमुना जी का भी राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं।

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कान्हा की पटरानी ब्रज की जीवनधारा यमुना को तीर्थ-पुरोहित, पंडा-पुजारी आज कालिया नाग के विष से कहीं ज्यादा विषैली बता रहे हैं। इसी विष को दूर करने के लिए पिछले करीब चार साल से विश्राम घाट के तीर्थ-चुनावी मौसम में नेताओं को संकल्प कराते चले आ रहे हैं। बीते लोकसभा और विधान सभा चुनावों में भी सभी दलों के नेताओं ने विश्राम घाट पर यमुना की पूजा-अर्चना कर फतेह का आशीर्वाद मांगा। साथ ही यमुना को साक्षी मान कर एलान किया कि लोकसभा और विधान सभा पहुंचे तो यमुना को प्रदूषण मुक्त कराएंगे। वे चुनाव भी जीते, पर संकल्प को भूल गए।

कुंजलाल चतुर्वेदी मटकाजी वाले लालगुरु तो दो टूक कह रहे हैं कि जो यमुना का नहीं हो सकता है, वह हमारा भी नहीं हो सकता है। सालों से वे नेताओं को संकल्प करा रहे हैं और अब यमुना मैया उनसे ही पूछ रही है कि वह आखिर कब तक झूठे संकल्प कराएंगे। इस बार वह यमुना मैया के लिए कोई भी झूठा संकल्प कराकर पाप नहीं करेंगे।

तीर्थ-पुरोहित महासंघ के नगर उपाध्यक्ष बादाम छाप चतुर्वेदी ने बताया कि सांसद हेमामालिनी, पूर्व सांसद जयंत चौधरी, पूर्व सांसद मानवेंद्र ¨सह, विधायक प्रदीप माथुर, भाजपा नेता देवेंद्र शर्मा, कृष्ण कुमार शर्मा, मुन्ना भैया, सपा नेता अशोक कुमार, पालिकाध्यक्ष मनीषा गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय बिट्टू, रवींद्र पांडेय समेत सैकड़ों नेताओं ने यमुना को प्रदूषण मुक्त कराने का संकल्प लिया, पर यमुना में गिर रहे नाले-नालियों को नहीं रोक सके। चुनाव हार गए नेताओं ने भी यमुना मैया जल को शुद्ध करने के लिए कोई काम नहीं किया है। वे फिर चुनाव मैदान में उतरने से पहले विश्राम घाट पर यमुना का पूजन करने के लिए आने की तैयारी कर रहे हैं। तीर्थ-पुरोहित नेताओें को कोई संकल्प नहीं कराएंगे।

युवा पुरोहित राधाबल्लभ ने बताया कि यमुना में दर्जनों नाले गिर गए हैं। सीढि़यों पर सिल्ट जमा है और यमुना के प्लेटफार्म पर जमा गंदगी ही जल को दूषित कर रही है। राधेश्याम चतुर्वेदी, गो¨वदलाल चतुर्वेदी कीर्तनिया ने बताया कि वोट के लिए झूठा संकल्प लिए जाते रहे हैं। यमुना के नाम पर राजनीति की जाती रही है। अब उनसे झूठे संकल्प लेने देखे नहीं जा रहे हैं।


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