एक्सप्रेस वे पर बाजना इंटरचेंज का निर्माण शुरू
जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे पर एक और जगह से प्रवेश का रास्ता मिलेगा। बहुप्रतीक्षित बा
जागरण संवाददाता, मथुरा: यमुना एक्सप्रेस वे पर एक और जगह से प्रवेश का रास्ता मिलेगा। बहुप्रतीक्षित बाजना इंटरचेंज के लिए रविवार को काम शुरू हो गया। जेपी ग्रुप के अधिकारियों ने रेलिंग हटवाकर जमीन के समतलीकरण का कार्य शुरू करा दिया है। दिसंबर तक काम पूरा होते ही वाहन यहां से एक्सप्रेस वे पर चढ़ और उतर सकेंगे। बाजना इंटरचेंज के बनने से क्षेत्र के डेयरी और ईंट कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।
यमुना एक्सप्रेस वे का लोकार्पण वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था। एक्सप्रेस वे के लिए नौहझील-बाजना क्षेत्र में इंटरचेंज की मांग को लेकर आदोलन शुरू हुआ। सरकार का आश्वासन के बाद भी मामला लटका तो क्षेत्रीय संघर्ष समिति और भाकियू ने विगत दिनों धरना देकर आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद एक्सप्रेस वे अथॉरिटी ने बाजना कट का निर्माण कार्य 25 सितंबर से करने का निर्णय किया। रविवार को जेपी ग्रुप के अधिकारियों ने बाजना इंटरचेंज का काम शुरू करा दिया। उनके साथ स्थानीय रामबाबू कटैलिया, जगदीश नौहवार, राम ¨सह, कृपाल ¨सह, हरवीर ¨सह, नोडल अफसर अनिल कुमार, सुशील कुमार, मनोज कुमार आदि भी थे।
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एक्सप्रेस इंटरचेंज से घटेगी दूरी
आगरा से माइल स्टोन 67 पर बनने वाले इंटरचेंज से बाजना, छाता और नौहझील क्षेत्र के लोगों के लिए आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर ओर मथुरा की दूरी घट जाएगी।
डेयरी कारोबार को लगेंगे पंख
नौहझील-बाजना क्षेत्र में डेयरी कारोबार तीन दशक से फल-फूल रहा है। क्षेत्र में करीब 150 डेयरी हैं। यहां के डेयरी संचालक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद दूध, दही, पनीर, खोवा सप्लाई करते हैं। अब एक्सप्रेस वे पर नया रास्ता खुलने से इन शहरों की दूरी कम हो जाएगी। ईंट उद्योग के लिए भी मथुरा और आसपास के शहरों का रास्ता आसान हो जाएगा।
25 फीसद जमीन होगी अधिग्रहीत
एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के मेंटिनेंस प्रोजेक्ट मैनजर आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बाजना कट के लिए 75 फीसद जमीन अधिग्रहीत हो चुकी है। जबकि 25 फीसद के अधिग्रहण को बातचीत चल रही है। ये करीब डेढ़ हेक्टेयर एरिया है। जिससे दोनों ओर उतार और चढ़ाव के लिए बनने वाले चार में से तीन रैंप के लिए निर्माण कार्य प्रगति पर है।