श्रद्धा पर हावी यातायात अव्यवस्था
जागरण संवाददाता, मथुरा: नगर के प्रसिद्ध मंदिरों में बाहर से निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं की स
जागरण संवाददाता, मथुरा: नगर के प्रसिद्ध मंदिरों में बाहर से निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आई है। पंडा और पुजारी इस पर नाराज हैं और इसके लिए जाम और वनवे यातायात व्यवस्था को दोषी ठहराते हैं। श्रद्धालुओं को पार्किंग के नाम पर मंदिर काफी पहले ही रोक दिया जाता है। ऐसे में वृद्ध और बच्चों के सामने पैदल चलने की समस्या अधिक होती है।
वृंदावन में ऐसा ही हुआ था, लेकिन पंडा समाज ने आंदोलन कर दिया तो प्रशासन को फैसला वापस लेना पड़ा था। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भी शहर के चारों तरफ बेरीके¨डग कर दी गई। लिहाजा श्रद्धालु द्वारिकाधीश मंदिर, विश्राम घाट व दीर्घ विष्णु जैसे प्राचीन मंदिर आने की बजाय गोकुल, वृंदावन अथवा गोवर्धन को निकल गए।
स्थानीय पुरोहितों की मानें तो समस्या से निजात दिलाने को विश्राम घाट यमुना पर झूला पुल बनाना चाहिए। यमुना पार इसके सामने पुराने पुल के सहारे होते हुए लक्ष्मी नगर तक नई सड़क बनाई जा सकती है। इसके सहारे भूमि अधिग्रहीत करके पार्किंग विकसित हो सकती है। एक्सप्रेस वे से आने वाले यात्री भी सीधे प्राचीन मंदिरों तक पहुंच सकते हैं।
दीर्घ विष्णु मंदिर के सेवायत एवं अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासंघ (मध्य क्षेत्र) के महामंत्री कांतानाथ चतुर्वेदी कहते हैं कि मसानी पर मोक्ष धाम के पास से यमुना पर एक ओवरब्रिज हंसा घाट की ओर बनाया जा सकता है। इससे वृंदावन की ओर से आने वाले यात्री आसानी से नगर के मंदिरों तक आ सकेंगे। प्रशासन को पुरोहितों की बैठक लेकर समस्या का समाधान निकालना चाहिए।