मथुरा ने दिया दुनिया को टारगेट बाल
नवनीत शर्मा, मथुरा: ब्रज ने कभी दुनिया को मल्ल विद्या दी, तो अब देश-दुनिया को एक और नया खेल दिया है।
नवनीत शर्मा, मथुरा: ब्रज ने कभी दुनिया को मल्ल विद्या दी, तो अब देश-दुनिया को एक और नया खेल दिया है। नाम है टारगेट बाल। पांच देशों में इसके लिए एसोसिएशन का गठन हो गया और खेल भी शुरू हो गए हैं। देश में भी 20 राज्यों में टारगेट बाल खेला जा रहा है। बीती जुलाई में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इस खेल को मंजूरी प्रदान कर दी है।
बास्केट बाल से मिलता-जुलता खेल टारगेट बाल का उदय ब्रज के खिलाड़ी सोनू शर्मा ने किया है। इसका पहला टूर्नामेंट 2012 में श्रीजी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर, मथुरा में कराया गया था। इसके बाद प्रथम राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2013 में हाथरस में हुई। इस खेल को पूरी दुनिया में ले जाने के लिए नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, थाइलैंड में सोनू शर्मा ने कुछ खिलाड़ियों के सहयोग से एसोसिएशन गठित की और खेल का आयोजन भी कराया। फिलहाल देश के 20 राज्यों में एसोसिएशन गठित हो चुकी है, शेष राज्यों में गठन की प्रक्रिया जारी है। अब जुलाई 2016 में खेल को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने हरी झंडी दे दी है, जिसके बाद पहली प्रतियोगिता अक्टूबर में तेलंगाना में होने जा रही है।
ऐसे खेला जाता है टारगेट बाल
मैदान 30 मीटर लंबा और 20 मीटर चौड़ा होता है। टारगेट बाल में दोनों तरफ दो-दो ¨रग होती हैं। 20-20 मिनट के दो हाफ होते हैं। एक टीम में 14 खिलाड़ी होते हैं और छह खिलाड़ी मैदान में खेलते हैं। मैच के दौरान दो रेफरी होते हैं।
अलग-अलग है नियम
बालकों के लिए पोल सहित ¨रग की लंबाई तीन मीटर होती है और पांच नंबर की गेंद होती है। बालिकाओं के लिए पोल और ¨रग की लंबाई 2.5 मीटर होती है और चार नंबर की गेंद से खेला जाता है।
डायमंड प्लेयर बनाता है खेल को आकर्षक
टारगेट बाल में डायमंड प्लेयर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। टीम में यह अकेला खिलाड़ी होता है, जो डी के अंदर जा सकता है।
देशभर में होंगे आयोजन
22 से 25 सितंबर शिरडी में नेशनल चैंपियनशिप होगी। इसके बाद सीनियर नेशनल चैंपियनशिप नवंबर में कर्नाटक में रखी गई है। वहीं जूनियर नेशनल चैंपियनशिप 27 से 30 दिसंबर पश्चिम बंगाल, प्रथम नेशनल अंडर 14 नवंबर में चेन्नई में खेली जानी है।
विश्व लक्ष्मी नगर निवासी और केडी डेंटल कॉलेज के स्पोर्ट्स ऑफीसर सोनू शर्मा ने बताया कि दो साल की कड़ी मेहनत से देश-दुनिया को एक नया खेल दिया। श्रीजी बाबा सरस्वती विद्या मंदिर से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद लक्ष्मी बाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजूकेशन ग्वालियर से एमपीएड, बीपीएड किया। दुनिया में कुछ अलग पहचान बनाने के लिए उन्होंने खेल को तैयार किया।
मंजिल अभी दूर
टारगेट बाल के जनक सोनू शर्मा का कहना है कि अभी खेल की शुरुआत है। इस खेल को पूरी दुनिया में फैलाने का लक्ष्य है। वे श्रीजी बाबा, राजीव इंटरनेशनल, केडी डेंटल, जीएल बजाज, आरएम शाह विद्यालयों में खिलाड़ियों को खेल का प्रशिक्षण दे रहे हैं।