महिलाओं ने एसएसपी का रास्ता रोका
जागरण संवाददाता, मथुरा: पुलिस कार्रवाई से परेशान कई परिवारों की महिलाओं ने पुलिस कार्यालय पर एसएसपी
जागरण संवाददाता, मथुरा: पुलिस कार्रवाई से परेशान कई परिवारों की महिलाओं ने पुलिस कार्यालय पर एसएसपी का रास्ता रोक लिया। पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो एसएसपी खुद ही कार से उतर आए और उनकी बात सुनी। महिलाओं को भरोसा दिया कि निर्दोषों पर कार्रवाई नहीं होगी। इधर, मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि का इंतजार है।
महावन कस्बा में 23 जनवरी को वाहन की टक्कर से घायल हुए युवक जयप्रकाश उर्फ जीतू की 31 जनवरी को मृत्यु हो गई थी। इस मामले में पुलिस हादसे के दौरान आरोपी वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी, इसलिए कस्बा के लोग पुलिस से खफा थे। पुलिस का कहना है कि इसी दौरान कस्बा के कुछ लोगों ने भीड़ को उकसा दिया था। इसी का नतीजा है कि भीड़ ने पहले जाम लगाया और फिर थाने में तोड़फोड कर पुलिस कर्मियों से मारपीट कर डाली थी। पुलिस ने इस मामले में 21 नामजदों समेत 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। तभी से कस्बा के सैकड़ों लोग अपने घरों से गायब हैं।
इस संबंध में दो दर्जन से अधिक महिलाएं बुधवार को एसएसपी से मुलाकात करने के लिए आईं। लेकिन उनकी मुलाकात न हो सकी। बाद में महिलाएं पुलिस कार्यालय के गेट पर बैठ गईं। एसएसपी की कार मौके से गुजरी तो पुलिसकर्मी महिलाओं को हटाने लगे। हालांकि बाद में एसएसपी खुद ही कार से उतर आए और महिलाओं की समस्याएं सुनी। एसएसपी ने भरोसा दिया कि किसी भी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
चुन्नू पर शिकंजे की तैयारी
थाना महावन में तोड़फोड़ करने के लिए लोगों को भड़काने के आरोपी चुन्नू हाजी और उसके पुत्रों पर पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी में है। बताते हैं कि जिस गाड़ी ने जीतू को टक्कर मारी थी वह कस्बा के सलामुद्दीन की है। चुन्नू हाजी उस पर कार्रवाई चाहता था। पुलिस का कहना है कि चुन्नू हाजी के भड़काने पर ही लोगों ने थाने में तोड़फोड़ व पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी।