500 साल पहले भी था सहिष्णु-असहिष्णु का मुद्दा: चक्रधर
जागरण संवाददाता, मथुरा: आज 500 साल बाद फिर देश में वही माहौल है, जो चैतन्य महाप्रभु के समय में था। म
जागरण संवाददाता, मथुरा: आज 500 साल बाद फिर देश में वही माहौल है, जो चैतन्य महाप्रभु के समय में था। मुद्दे भी वर्तमान जैसे ही थे- कौन सहिष्णु और कौन असहिष्णु? तब चैतन्य महाप्रभु ने नाम संकीर्तन का मंत्र देकर भटके हुए इंसान के अहंकार, आडंबर और क्रोध का शमन किया। यह कहना है विख्यात कवि डॉ. अशोक चक्रधर का।
बुधवार को यहां वृंदावन शोध संस्थान में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्तमान सामाजिक परिवेश में चैतन्य महाप्रभु की विचार धारा महत्वपूर्ण है। एक बार फिर महाप्रभु की विचारधारा अपनाकर जाति, धर्म और नफरत को मिटाना होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सद्भाव के वातावरण में ही देश तरक्की करेगा इसलिए देश में आपसी सदभाव का वातावरण ठीक तरह बनाने की जरूरत है।
देश को ब्रज देगा योग शिक्षक, वृंदावन में बनेगा स्टूडियो
जागरण संवाददाता, वृंदावन: ब्रज पूरे देश को योग सिखाने के लिए सुयोग्य शिक्षक तैयार करेगा। इसके लिए वृंदावन शोध संस्थान परिसर में योग अध्यापक प्रशिक्षण केंद्र बनाया जाएगा। यह कहना है वृंदावन शोध संस्थान के अध्यक्ष और ब्रज प्ला¨नग बोर्ड के सीईओ आरडी पालीवाल का।
बुधवार को 'जागरण' से बातचीत में उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रदेश सरकार योजना बना रही है। संस्थान परिसर में ही मुक्ताकाशीय रंगमंच और ऑडियो-वीडियो विजुअल स्टूडियो बनना भी प्रस्तावित है। श्री पालीवाल के अनुसार बोर्ड की काउंसिल का शीघ्र गठन कर अगले माह बैठक आयोजित की जाएगी। इसके प्रस्तावों पर जनता से राय मांगी जाएगी। जनता के सुझावों पर ही विकास की कार्रवाई आगे बढ़ेगी। काउंसिल में 5 विशेषज्ञ सदस्य नामित किए जाएंगे।