पार्किंग के उपयोग हो, तो थमे चोरी की वारदात
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वाहनों का शीशा तोड़कर चोरी की घटनाएं वृंदावन में आमबात हो चली है। अ
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वाहनों का शीशा तोड़कर चोरी की घटनाएं वृंदावन में आमबात हो चली है। अगर पिछले दिनों वीआइपी की कार से बैग चोरी नहीं हुआ होता, तो इस घटना को भी आम मानकर छोड़ दिया जाता। मंदिरों के आसपास सड़क किनारे खड़े वाहनों से होने वाली इन वारदातों के लिए पुलिस को दोषी सिद्ध करने से पहले जिला प्रशासन की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए। शहर में करोड़ों की लागत से बनी पार्किंग धूल चाट रही हैं, लेकिन हजारों वाहन आज भी सड़क किनारे खड़े दिखाई देते हैं। अगर इन वाहनों को खड़ा करवाने के लिए जिला प्रशासन पार्किंग का उपयोग शुरू कर दे, तो चोरी की वारदातों में अंकुश लगने के साथ शहर की यातायात व्यवस्था को भी दुरस्त रखने में कामयाबी मिलना तय है।
दरअसल, प्रदेश की बसपा सरकार के दौरान समग्र विकास योजना के तहत विप्रा द्वारा करोड़ों रुपये लागत की शहर में चार बड़ी पार्किंग बनाई गईं। जो छटीकरा मार्ग स्थित रुक्मिणी विहार, कालीदह पर वीआइपी मार्ग, पागल बाबा के निकट दारुक पार्किंग और मथुरा मार्ग स्थित जयपुर मंदिर के सामने वासुदेव पार्किंग का निर्माण अत्याधुनिक सुख सुविधाओं का भी ख्याल रखते हुए करवाया। पार्किंग बनने के साथ ही उनका उपयोग करने की योजना न तो जिला प्रशासन ने बनाई और न ही नगर पालिका परिषद ने इसके लिए कोई ठोस पहल की। करीब पांच साल पहले बनीं ये पार्किंग धूल फांक रही हैं।
जिला प्रशासन द्वारा अभी तक शहर में यातायात प्रबंधन के लिए कोई ठोस प्लान न बनाए जाने और पार्किंगों का उपयोग न करने के कारण हजारों श्रद्धालु अपने वाहनों को जहां जगह मिलती है, सड़क किनारे खड़े कर मंदिरों के दर्शन करने निकल जाते हैं। इस से शहर का यातायात तो बाधित होता ही है, कार का शीशा काटकर चोरी की वारदातों पर भी शिकंजा कस पाना पुलिस के लिए मुसीबत बन चुका है। कार का शीशा तोड़कर चोरी की वारदात सबसे अधिक इस्कॉन, प्रेममंदिर, हरिनिकुंज, किशोरपुरा आदि इलाकों में होती हैं, जहां दिनभर सड़क किनारे श्रद्धालुओं के वाहन खड़े नजर आते हैं।
निजी पार्किंगों की मनमानी से श्रद्धालु परेशान
श्रद्धालुओं के वाहन पार्किंग के लिए वीआइपी मार्ग, किशोरपुरा, विद्यापीठ चौराहा, प्रेममंदिर आदि इलाकों में निजी पार्किंग संचालित हो रही हैं। लेकिन इन पार्किंगों में हो रही मनमानी वसूली और अभद्रता के कारण श्रद्धालु सड़क पर ही अपने वाहनों को खड़ा करने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं।
चोरी की घटनाओं की नहीं होती सुनवाई
इस्कॉन और प्रेममंदिर क्षेत्र में आए दिन कार का शीशा तोड़कर चोरी की घटनाएं हो रही हैं। पीड़ित रमणरेती पुलिस चौकी शिकायत लेकर पहुंचते हैं, तो पुलिसकर्मी पीड़ितों की सुनवाई करने के बजाए उन्हें उल्टे गलत साबित करने में जुट जाते हैं। जिससे मायूस होकर श्रद्धालु लौट जाते हैं।
कहते हैं चेयरमैन
पालिका चेयरमैन मुकेश गौतम ने बताया कि कई बार ठेका उठाने की सूचना दी गई, लेकिन पार्किंगों के स्थान उचित न होने के कारण कोई ठेका लेने वाला ही सामने नहीं आता। जिन स्थानों पर पार्किंग बनाई गईं, उन स्थानों का चयन गलत हुआ।