मंडी चौराहा से एटीवी तक न ओवरब्रिज न अंडरपास
जागरण संवाददाता, मथुरा: नेशनल हाईवे सिक्स लेन का कार्यक्रम तीन साल से चल रहा है। कई स्थानों पर ओवरब्
जागरण संवाददाता, मथुरा: नेशनल हाईवे सिक्स लेन का कार्यक्रम तीन साल से चल रहा है। कई स्थानों पर ओवरब्रिज भी बनते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन स्थानीय नागरिकों की दिलचस्पी और जनप्रतिनिधियों की पैरवी के अभाव में कई हकदार चौराहों पर न तो ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं और न ही अंडरपास। इनके अभाव में कई प्रमुख चौराहों पर यातायात के लिहाज से दिक्कतें तो स्वाभाविक रूप से होंगी, साथ ही हादसों का भी सामना करना पड़ेगा। खास तौर से मंडी चौराहा, बजरंग धर्मकांटा और अन्य स्थलों पर। क्योंकि यहां ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है। ये चौराहे नए कॉलोनियों के विकसित होने के कारण लाइफलाइन बने हुए हैं।
दिल्ली से आगरा तक नेशनल हाईवे पर सिक्स लेन प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य चल रहा है। चिन्हित स्थलों पर ओवर ब्रिज, अंडरपास और जंक्शन बनाए जा रहे हैं। जबकि कई ऐसे चौराहे छोड़ दिए गए हैं, जो कि व्यवहारिक और ट्रैफिक के लिहाज से ओवरब्रिज और अंडरपास के हकदार हैं। स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि उनकी कॉलोनी के पास स्थित चौराहा पर भी यातायात की सहूलियत के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कोई सौगात देगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब लोगों के सामने सिक्स लेन प्रोजेक्ट की असलियत आ रही है, तो उन्हें झटका लग रहा है।
दरअसल, शहर में महज गोवर्धन चौराहा पर ओवरब्रिज बनाया जा रहा है, जबकि मंडी चौराहा और बजरंग धर्मकांटा चौराहा पर ट्रैफिक का दबाव किसी से छिपा नहीं है। ऐसा ही हाल जयगुरुदेव मंदिर, एटीवी फैक्ट्री के सामने वाला कट, पुराना एआरटीओ कार्यालय वाला कट, टेकमैन सिटी, नबादा चौराहा, गांव बाद, मोहिनी पंप के सामने वाला कट, बरारी, कुरकंदा, महुअन आदि स्थानों पर ओवरब्रिज, बड़े अंडर पास व छोटे अंडरपास आदि की जरूरत है। लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
हो सकता है आंदोलन
बजरंग चौराहा और गोवर्धन चौराहा के बीच की दूरी दो किमी से अधिक है। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने नियम बना रखा है कि दो किमी की दूरी से नजदीक ओवरब्रिज और अंडरपास बनाए नहीं जा सकते। जबकि इस मानक के मुताबिक तो बजरंग चौराहा पर अंडरपास या जंक्शन बनाया जा सकता है। इसलिए अब स्थानीय लोग अंडरपास और जंक्शन की मांग को लेकर आंदोलन करने के मूड में हैं। पहले स्थानीय लोग एनएचएआई को पत्र भेजकर अंडरपास की महत्ता बताएंगे और फिर आंदोलन खड़ा करेंगे। जबकि काफी समय से गांव बरारी पर अंडरपास की भी स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं।
टेकमैन सिटी पर कट की पैरवी की थी विधायक ने
जनप्रतिनिधियों ने किसी चौराहा और तिराहा स्थित हाईवे पर ओवरब्रिज व अंडरपास बनाए जाने की सिफारिश की हो या नहीं, लेकिन विधायक प्रदीप माथुर ने यूपीए सरकार और राजग सरकार में टेकमैन सिटी कॉलोनी के सामने अंडरपास बनाए जाने की पैरवी की थी। लेकिन यह मांग अभी तक स्वीकृत नहीं हुई है। मामला खटाई में पड़ गया है।