मोदी की रैली से अच्छे दिन देखने लगे विपक्षी
जागरण संवाददाता, मथुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जन कल्याण रैली में भीड़ जुटाने में तो सफल रहे,
जागरण संवाददाता, मथुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जन कल्याण रैली में भीड़ जुटाने में तो सफल रहे, लेकिन जो लोग उन्हें सुनने आए वह निराश ही लौटे। इससे विपक्षी दल सुकून में हैं। तसल्ली है कि मोदी कोई नई घोषणा यहां के लिए नहीं कर के गए। किसी योजना का एलान कर जाते तो जनता का दिल जीत लेते और विपक्षियों के पास कोई काट नहीं होती। इधर, अपनी पीठ थपथपा रहे भाजपाइयों से जब कोई यह पूछता है कि प्रधानमंत्री क्या दे गए तो कोई उत्तर देते नहीं बनता। वाकई इससे न सिर्फ भाजपाई, बल्कि समूचे जिले के लोग ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
उधर, अभी तक सहमे रहे विपक्षी दलों को भरी तसल्ली मिली है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष आबिद हुसैन बताते हैं कि मोदी सरकार ने पिछले एक साल में कुछ नहीं किया है, वह यहां सिर्फ झूठ हांकने आए थे। न कोई विकास की बात की और न ही कोई घोषणा की है, ये ऐसे ही पांच साल खींच ले जाएंगे।
राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष चौ. राजेंद्र सिकरवार ने कहा कि पहले में प्रधानमंत्री के विरोध की योजना बना रहे थे, लेकिन बाद में हमने तय किया कि अगर मोदी कोई घोषणा करेंगे तो इससे ब्रज का ही विकास होगा और हम विकास करने वालों के साथ हैं। एक घंटे टीवी से चिपकर मोदी का भाषण सुना, उनके मुंह से एक शब्द विकास कार्यों, किसान, मजदूर, यमुना आदि के लिए नहीं निकला। प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा के जिलाध्यक्ष पं. तुलसीराम शर्मा ने बताया कि भाजपा और प्रधानमंत्री जुमले बाज हैं, करने के लिए इनके पास कुछ नहीं है। इन्हें तो चुनाव जीतना था सो झूठे वायदे करके जनता तो धोखा देकर केंद्र की सत्ता हथिया ली, लेकिन अब कुछ भी नहीं कर रहे। यहां के लोगों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो कुछ अच्छा कर के जाएंगे, लेकिन अच्छे दिन अभी तक आए ही नहीं।
भाजपा जिलाध्यक्ष डी पी गोयल कहते हैं कि ऐसी रैली देखी नहीं, ये हम नहीं कह रहे, खुद मीडिया, विपक्षी और आम लोग कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली ऐतिहासिक रही है, इतनी भीड़ किसी भी दल के, किसी भी नेता की हमने आज तक नहीं देखी। रही बात घोषणाओं की तो हमारे प्रधानमंत्री किसी क्षेत्र विशेष के लिए अलग से कुछ नहीं करते, बल्कि पूरे देश में एक जैसा विकास चाहते हैं। यहां तो वह पं. दीनदयाल उपाध्याय के चरणों में अपनी सरकार की उपलब्धियां समर्पित करने आए थे।