हेपेटाइटिस पीड़ितों का आगरा में होगा सैरॉलोजी टेस्ट
मथुरा (कोसीकलां): उपचार के लिए तड़प रहे हेपेटाइटिस रोगियों के आक्रोश को शांत करने मंगलवार को सीएमओ और
मथुरा (कोसीकलां): उपचार के लिए तड़प रहे हेपेटाइटिस रोगियों के आक्रोश को शांत करने मंगलवार को सीएमओ और एसडीएम चिकित्सकीय टीम के साथ बरहाना पहुंचे। टीम ने ग्रामीणों की प्राथमिक जांच कर दवाएं दीं। बुधवार को गांव में एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा की टीम आएगी और परीक्षण के बाद पीड़ित लोगों का सैरॉलोजी सहित अन्य जांचों के लिए आगरा ले जाएगी। रिपोर्ट के बाद उपचार दिलाया जाएगा।
गांव बरहाना में पिछले पखवाड़े आगरा के एक निजी अस्पताल द्वारा करीब एक सैकड़ा ग्रामीणों को हेपेटाइटिस-सी का रोगी बताया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम की जांच में भी बड़ी संख्या में रोगियों की पुष्टि हुई, लेकिन अभी तक समुचित उपचार न मिलने के कारण ग्रामीण भयभीत व आक्रोशित हो गए। उन्होंने प्रधानमंत्री की रैली में मामले को उठाने का ऐलान किया था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
एडीएम प्रशासन के आश्वासन के बाद मंगलवार को सीएमओ डॉ. सज्जन कुमार कंट्रोल रूम की टीम के साथ व सीएचसी बरसाना के प्रभारी डॉ. राजीव गुप्ता, एसडीएम रामअरज यादव दलबल के साथ गांव पहुंचे। यहां ग्रामीणों से मुलाकात की और उपचार की दिशा में उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। सीएमओ डॉ. कुमार ने बताया कि स्वास्थ विभाग लखनऊ के महानिदेशक को भी अवगत कराकर मदद मांगी गई है। एसएन मेडिकल कॉलेज के ¨प्रसीपल ने रेपिड कार्ड किट की जांच को नहीं माना है। वे ग्रामीणों की सैरॉलोजी टेस्ट सहित अन्य जांचें कर वायरल लोड की जांच करेंगे। इसके लिए बुधवार को एसएन की टीमें गांव पहुंचेंगी। जो ग्रामीणों को आगरा ले जाएंगी। एम्बुलेंस में दस-दस ग्रामीणों को आगरा ले जाया जाएगा। सभी जांचों की रिपोर्ट आने के बाद ग्रामीणों को उपचार दिलाया जाएगा।
भाजपा नेता रघुवर ¨सह तोमर व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हरफूल ¨सह पौनिया ने सीएमओ की टीम की कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा कि उन्होंने बुधवार से ग्रामीणों को ले जाने के लिए कहा है।
जांच व दवा लेने को लगी भीड़
सीएमओ के साथ कंट्रोल रूम की टीम जैसे ही गांव पहुंची, बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए। बूढ़े, बच्चे व महिलाओं ने चिकित्सकीय जांच कराई और दवाएं लीं। इसके लिए शाम तक लोग लाइनों में लगे रहे। टीम में शामिल डॉ. मेघश्याम गौतम, डॉ. प्रवीन रैकवार व डॉ. लक्ष्मीचंद ने बताया कि करीब सौ लोगों का चेकअप किया गया और दवाएं दीं।