एक्सप्रेस-वे: बेकाबू फर्राटे से काबू में नहीं आ रहे हादसे
मथुरा(सुरीर): यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं का दौर थम नहीं पा रहा है। यातायात के कायदे-कानून का प
मथुरा(सुरीर): यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं का दौर थम नहीं पा रहा है। यातायात के कायदे-कानून का पालन कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है। एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण भी कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है।
पिछले चौबीस घंटे में यमुना एक्सप्रेस वे पर छह लोगों की दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि तीन लोग अस्पतालों में ¨जदगी और मौत से जूझ रहे हैं। दुर्घटनाओं में नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे दर्दनाक हादसे हो रहे हैं। इंसानों के खून से लाल हो रहे एक्सप्रेस वे पर लगातार हो रहे हादसों के कारणों को पता कर उनको दूर करने के उपायों पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने के लिए यातायात पुलिस और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ओवर स्पीड और नशे की हालत में दुर्घटनाओं के कारण बताए जा रहे हैं। लगातार ड्राइ¨वग करने, झपकी लगने और टायरों में खामियां होने के भी अन्य कारण हादसों के पीछे गिनाए जा रहे हैं। हालांकि एक्सप्रेस वे पर ओवर स्पीड के वाहनों पर नजर रखने के लिए संसाधान है।
ओवर स्पीड वाहनों पर नियंत्रण करने के लिए यातायात पुलिस और इलाका पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। यहां तक सुरक्षा के लिए तैनात किए पुलिसकर्मी भी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं, जबकि एसएसपी मंजिल सैनी ने मांट टोल पुलिस चौकी पर पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही खंदौली से पहले अस्थायी पुलिस चौकी की भी स्थापना की। चौबीस घंटे गश्त के लिए गाड़ियां भी दी गई है। इसके बाद भी एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाएं थम नहीं पा रही है। एक्सप्रेस वे की निर्धारित स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा स्पीड में वाहन दौड़ाए जा रहे हैं। पूर्व में कराई गई चे¨कग के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 180 किलोमीटर प्रति घंटे की चाल से वाहन दौड़ते हुए पकड़े गए थे।