किसी को दिक्कत हो उनकी बला से
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बांके बिहारी की नगरी में सड़क पर अतिक्रमण करने में कोई संकोच कैसा?
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बांके बिहारी की नगरी में सड़क पर अतिक्रमण करने में कोई संकोच कैसा? कोई बोलने वाला जो नहीं हैं। पालिका, पुलिस और प्रशासन की चुप्पी का लाभ शहर के सघन इलाके के बाजारों के सैकड़ों दुकानदार उठाने से नहीं चूक रहे हैं।
सबसे ज्यादा दिक्कत भरा नजारा ठा. बांके बिहारी मंदिर के आसपास के इलाके का है। मंदिर के आसपास की गलियों में छोटी-छोटी दुकानें लेने के बाद पोशाक, चाट आदि के दुकानें चलाने वाले दुकानदार सड़क पर पट्टा और तख्त तक लगा लेते हैं। इसके विपरीत यहां मंदिर दर्शन को आने वाले लोगों को कितनी पीड़ा के बीच गुजरना पड़ता है, यह वहीं जान सकते हैं। लेकिन किसी की पीड़ा दुकानदारों की बला से, उन्हें तो कमाई से मतलब है। दुकानदार इस बारे में कोई विचार क्यों करें। सड़क और गलियों में सैकड़ों की संख्या में दुकानों के आगे बन चुके फड़ों को प्रशासन, पालिका और पुलिस रोकने का प्रयास नहीं कर रही।
पालिका के अधिशासी अधिकारी बोले
सड़कों पर दुकानदारों द्वार स्टाल लगाने के बारे में पालिका के अधिशासी अधिकारी रजनीश शर्मा का कहना है कि प्रशासन आदेश करे, तो वह सड़कों और गलियों से अतिक्रमण साफ करा देंगे।