बांकेबिहारी में सेवायत की सुविधाओं पर रोक
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): ठा. बांकेबिहारी मंदिर के जगमोहन में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): ठा. बांकेबिहारी मंदिर के जगमोहन में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के मामले में आरोपी सेवायत द्वारा निर्धारित जुर्माना जमा न करने पर प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्ति्यार कर लिया। जुर्माना अदा होने तक सेवायत को मिलने वाली सुविधाओं पर रोक लगा दी है। इसी तरह के एक मामले में एक अन्य सेवायत पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है।
ठा. बांकेबिहारी मंदिर में न्यायालय द्वारा लगाई गई रोक के बावजूद मंदिर के जगमोहन में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिलाकर आराध्य के दर्शन कराए। इससे न्यायालय के आदेश और मंदिर की मर्यादा का हनन हुआ। इसके आरोप में मंदिर प्रबंधन ने गत 20 जनवरी को मंदिर सेवायत सुमित गोस्वामी पर सात श्रद्धालुओं को जगमोहन में दर्शन कराने की एवज में प्रति श्रद्धालु 20 हजार की दर से 1.40 लाख रुपये का जुर्माना आरोपित कर दिया। सात दिन में जुर्माना अदा न करने की एवज में गोस्वामी परिवार को प्रबंधन ने मंदिर से मिलने वाली सभी सुविधाओं से मुक्त करने की चेतावनी भी दी थी। अवधि बीत जाने के बावजूद जुर्माना न भरने पर ठा. श्रीबांकेबिहारी मंदिर प्रबंध कमेटी ने सेवायत सुमित गोस्वामी को मंदिर से मिलने वाली सारी सुविधाओं पर रोक लगा दी है।
प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष नंद किशोर उपमन्यु ने कहा कि जब तक सेवायत निर्धारित किए गए जुर्माने को अदा नहीं करता, सुविधाएं बाधित ही रहेंगी।
हमने दे दिया जवाब
आरेापी सेवायत सुमित गोस्वामी ने जागरण से कहा है कि प्रबंध समिति द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दे दिया है। मामले में कानूनी राय भी ले रहे हैं।
बॉक्स- ये मिलती हैं सुविधाएं
- सेवायत के बच्चों को शिक्षा के लिए हर माह दो-दो हजार रुपये बशर्ते कि बच्चा हर कक्षा में उत्तीर्ण होता रहे।
- लड़की की शादी के लिए 51 हजार रुपये
- 5-5 हजार रुपये की वृद्धावस्था और विधवा पेंशन
-तीन महीने में एक बार बांकेबिहारी जी मंदिर का पारस (प्रसाद का थाल)
-प्रबंधन कमेटी में वोट डालने का अधिकार
बॉक्स- एक और सेवायत पर कार्रवाई तय
मंदिर के जगमोहन में 7 जनवरी की सुबह राजभोग सेवा के दौरान दो श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने वाले सेवायत गोस्वामी पर भी कार्रवाई के संकेत मंदिर प्रबंध कमेटी ने दिए हैं। प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष श्री उपमन्यु के अनुसार नियम और परंपरा से खिलवाड़ करने वाले सेवायतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।