बेटी की डोली से पहले उठी बाबुल की अर्थी
मथुरा (महुअन): बिटिया के हाथ पीले करने की तैयारी थी। बरात का स्वागत करना था। मगर बिटिया की डोली उठने
मथुरा (महुअन): बिटिया के हाथ पीले करने की तैयारी थी। बरात का स्वागत करना था। मगर बिटिया की डोली उठने से पहले ही बाबुल की अर्थी उठ गई। विवाह की खुशियां मातम में बदल गई।
मामला थाना रिफाइनरी के गाव धानातेजा का है। यहां के पूर्व प्रधान चौ. महेंद्र सिंह ने अपनी पुत्री ममता की शादी भरतपुर (राजस्थान) के गांव सूरजमल नगर निवासी भीमसिंह के पुत्र के साथ तय की थी। बरात शुक्रवार को आनी थी। बेटी का कन्यादान करने व डोली उठाने को पिता महेंद्र सिंह आतुर थे। खुशी-खुशी बरातियों के स्वागत की तैयारियां चल रही थीं। हलवाई बरातियों के लिए व्यंजन बना रहे थे। लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था। बीमार चल रहे महेंद्र सिंह को अटैक पड़ गया। शादी के घर में अफरा-तफरी मच गई। परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घर पर गाए जा रहे मंगल गीत मातम में तब्दील हो गए। जिस भाई को अपनी बहन हंसी-खुशी डोली में बैठाकर विदा करनी थी, उस भाई के हाथ पिता की चिता को मुखाग्नि देने के लिए विवश थे। जिस घर में शहनाई गूंजनी थी, उस घर में शोकाकुल माहौल में शादी कराई गई।