यहां तो रोज फर्जी निकलते हैं ड्राइविंग लाइसेंस
जागरण संवाददाता,मथुरा: भले ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह खुलासा किया है कि देश में
जागरण संवाददाता,मथुरा: भले ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह खुलासा किया है कि देश में 30 फीसद ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी हैं। लेकिन मथुरा में यह खुलासा कई वर्ष पहले ही हो चुका है। यहां तो आतंकवादी कसाव का भी फर्जी लाइसेंस बना दिया गया। यहां सत्यापन को आने वाले अधिकांश ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी निकल रहे हैं।
फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए मथुरा एआरटीओ कार्यालय बदनाम हो चुका है। भले ही इस पर लगाम कसने के लिए लाख प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन दलालों का नेटवर्क लगातार मजबूत हो रहा है। एआरटीओ विभाग में आए दिन फर्जी लाइसेंस बनने के मामले प्रकाश में आते रहते हैं। पुलिस और नोएडा डिपो में कुछ वर्ष पहले भर्ती के लिए लोगों द्वारा मथुरा के बने लाइसेंस लगाए थे। जब यह लाइसेंस सत्यापन के लिए आने लगे तो अधिकांश मामले फर्जी सामने आए। हालत यह थी कि कुछ लाइसेंस का तो सत्यापन भी फर्जी कर दिया गया। जब यह फिर से सत्यापन के लिए आए तो यह मामला फरवरी में सामने आया। लाइसेंस बनाने के मामले में विभाग पूरी तरह बदनाम हो चुका है। इससे विभाग की छवि पर भी बट्टा लग रहा है। डीटीसी और हरियाणा रोडवेज भर्ती में भी कई लोगों ने मथुरा में बने ड्राइविंग लाइसेंस लगाए थे। जिनके सत्यापन के लिए लगातार लाइसेंस आ रहे हैं। एआरटीओ कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों को लगातार कोर्ट जाना पड़ता है। एआरटीओ प्रशासन रंजीत कुमार ने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस का कार्य ऑन लाइन किया जा रहा है। इससे फर्जी लाइसेंस नहीं बन सकेंगे।