अक्षय नवमी: ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलकर पूरी की परिक्रमा
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वृंदावन में ऊबड़-खाबड़ सड़कों, गंदगी के ढेर, पानी के अभाव और मार्ग से
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वृंदावन में ऊबड़-खाबड़ सड़कों, गंदगी के ढेर, पानी के अभाव और मार्ग से उठते धूल के गुबार के बीच करीब पचास हजार लोगों ने सप्तकोसी परिक्रमा लगाई। सड़कों की दुर्दशा से सैकड़ों भक्तों के पांव में छाले पड़ गये। चलते-चलते गला सूखा लेकिन उन्हें पीने को पानी नहीं मिला। धूल के गुबार उड़ते रहे और भक्त रुमाल और कपड़े से मुंह ढककर आगे बढ़ते रहे। शनिवार को अल सुबह परिक्रमा मार्ग पर कारवां ऐसा कि बेल की भांति बढ़ता ही रहा।
दरअसल शनिवार को अक्षय नवमी पर्व की पुण्य बेला को मनाने के लिये आसपास के जनपदों के अलावा कई प्रांतों के लोग यहां कई दिनों से जमे हुये हैं। श्रीधाम का सुख जिसे मिल जाये वह निहाल हो जाता है। इसी भक्तिभाव से निहाल भक्तों ने अक्षय नवमी पर पुण्य लाभ को शुक्रवार और शनिवार की मध्य रात्रि से परिक्रमा शुरू कर दी। हालांकि हजारों लोगों ने सुबह पांच बजे यमुना स्नान के बाद परिक्रमा प्रारंभ की।
लेकिन हैरत की बात कि जिला प्रशासन की ओर से यहां न पुलिस की व्यवस्था की गई, न ही सड़कों को सुधारा गया और तो और परिक्रमा मार्ग के किनारे कूड़े-मलबे ढेर तक नहीं हट पाये। सात किलोमीटर की परिक्रमा में पानी के लिये साधनों का अभाव इस बार भी परिक्रमार्थियों को रुला गया। केवल चीर घाट पर पालिका ने एक पानी का टैंकर खड़ा कराया। इसके अलावा परिक्रमा मार्ग में नल या हैंडपंप नहीं दिखाई दिये।
कम से कम सड़क तो बना देते
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के रहने वाले सुनीता पाटकर और उनके पति धीरेंद्र पाटकर ने चीरघाट पर बताया कि यहां की सड़कों का हाल बहुत बुरा है। पूरे देश के लोगों के अलावा विदेशी कृष्ण भक्त यहां बड़ी संख्या में सालभर आते हैं। लेकिन परिक्रमा मार्ग की सड़क धूल छोड़ रही है। इससे श्रद्धालु परेशान हैं।
दौड़ते रहे वाहन
वाह री वृंदावन पुलिस.। अक्षय नवमी पर हजारों लोगों की भीड़ का काफिला और इन सबके बावजूद परिक्रमा मार्ग पर पुलिस की व्यवस्था तक नहीं की। एक ओर हजारों लोग नंगे पांव परिक्रमा लगा रहे थे तो दूसरी ओर टेंपो, कार और अन्य वाहन परिक्रमा मार्ग पर फर्राटा भर रहे थे।