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बाकेबिहारी मंदिर: वीआइपी दर्शन और माला ने बढ़ाई रार

जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बाकेबिहारी मंदिर में वीआइपी गैलरी और ठाकुरजी की प्रसादी माला मंदिर

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 11:57 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 11:57 PM (IST)
बाकेबिहारी मंदिर: वीआइपी दर्शन और माला ने बढ़ाई रार

जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): बाकेबिहारी मंदिर में वीआइपी गैलरी और ठाकुरजी की प्रसादी माला मंदिर में होने वाले झगड़ों का कारण बने हैं। हर श्रद्धालु की वीआइपी बन बाकेबिहारी को निहारने की जिद और प्रसादी माला पाने की होड़ ने मंदिर प्रागण को लड़ाई का अखाड़ा बना डाला है। प्रबंधक की सेवायतों पर काबू पाने की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हुई हैं।

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बाकेबिहारी मंदिर में देश दुनिया के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करने आते हैं। बावजूद इसके मंदिर सेवायत हों या फिर सुरक्षाकर्मी मंदिर की मर्यादा को ताक पर रख मनमानी पर उतारू हो गये हैं। पिछले दिनों सुरक्षा गाडरें द्वारा श्रद्धालुओं से अभद्रता मारपीट के मामले सामने आये तो यजमान को पूजा-अर्चना कराने के मामले को लेकर सेवायतों में जमकर लात-घूंसे श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच चल गये। जिससे मंदिर में भगदड़ की स्थिति बन गयी थी। मामला पुलिस तक पहुंच गया था। सेवायतों के दोनों पक्षों का मुकदमा दर्ज कर पुलिस जाच में जुटी है। मंदिर में बढ़ रहे झगड़ों का सबसे बड़ी जिम्मेदार वीआइपी गैलरी और पूजा की माला को ठहराया जा रहा है। प्रबंधन ने श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए वीआइपी गैलरी बना दी। जिसमें प्रवेश के लिए पहले पांच सौ रुपये रखे, लेकिन घटाकर सौ रुपये का शुल्क करना ही भारी पड़ गया। इसके अलावा मंदिर सेवायतों को मिलने वाली माला भी झगड़े की जड़ बन गयी है।

मंदिर में जिस सेवायत की सेवा होती है वह अन्य सेवायतों को प्रसादी माला मुहैया करवाता है। ऐसे में कई परिवार ऐसे हैं जिनके आपस में विवाद चल रहे हैं तो दूसरे के यजमान आने के दौरान वह माला देने में आनाकानी करते हैं यही झगड़े का मूल कारण है।

सौ रुपये में बनते वीआइपी

बांकेबिहारी मंदिर में वीआइपी गैलरी में खड़े हो दर्शन करने का शुल्क प्रबंधन ने सौ रुपये रखा है। दूर प्रदेशों से आने वाला हर श्रद्धालु सौ रुपये खर्च कर वीआइपी बनने की चाहत रखता है, जो झगड़े का कारण बन रहा है। विदित हो पहले यह शुल्क पांच सौ रुपये था।

कहते हैं प्रबंधक

प्रबंधक उमेश सारस्वत ने कहा कि सेवायतों के झगड़े ने मंदिर की मर्यादा तार-तार कर दी है। प्रबंधन ने आगामी बैठक में मामले को गंभीरता से लेते हुए उपाय खोजने का निर्णय लिया है।

इनका कहना

सेवायतों में हुए विवाद में जांच अधिकारी कोतवाली के एसएसआइ ऋषिपाल सिंह कहते हैं घटना के बाद बिहारीजी पुलिस चौकी प्रभारी को श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंदिर में इस तरह की घटना न हो इसके लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी गयी है।


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