लिखी जाएगी विद्यालयों की कुंडली
जागरण संवाददाता, मथुरा: बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय विद्यालयों के लिए जेब ढीली करने जा रहा है। बच्चों
जागरण संवाददाता, मथुरा: बेसिक शिक्षा विभाग परिषदीय विद्यालयों के लिए जेब ढीली करने जा रहा है। बच्चों को विद्यालयों तक लाने के लिए भी खूब पैसे खर्च हो रहे हैं। सरकारी योजनाओं की सही जानकारी लोगों तक पहुंचाने को शासन ने निर्देश जारी किए हैं। बेसिक स्कूलों को दिए जाने वाले अनुदान और शिक्षकों, बच्चों आदि की सभी सूचनाएं दीवाल पर लिखवाई जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के जिले में लगभग दो हजार विद्यालय हैं। इनके विद्यार्थियों को निश्शुल्क शिक्षा के साथ ही वजीफा, निश्शुल्क ड्रेस आदि भी वितरित की जाती है, मगर इन योजनाओं का प्रचार ठीक से नहीं हो पाता है। अब प्रदेश भर के सभी बीएसए को राज्य परियोजना निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों की दीवालों पर योजनाओं की जानकारी लिखवाएं। विद्यालय को शैक्षिक सत्र 2012-13, 2013-14, 2014-15 में कितना अनुदान दिया गया, इसमें से कितना पैसा खर्च किया गया, स्कूल में क्या सुविधा मिल रही है, कितने शिक्षक और कितने छात्र हैं, पेयजल की क्या व्यवस्था है, कितने शौचालय हैं, फर्नीचर कितना है, छात्रवृत्ति का लाभ कितने विद्यार्थियों को मिल रहा है। विद्युत कनेक्शन है कि नहीं। इन सभी बिंदुओं को विद्यालय की दीवाल पर लिखवाना होगा।
बीएसए वीरपाल यादव का कहना है कि अभी तक उनके पास लिखित में कोई सूचना नहीं पहुंची है।
एबीएसए बनाएंगे रिपोर्ट
राज्य परियोजना निदेशक के पत्र के मुताबिक विद्यालयों की दीवालों पर सभी सूचनाएं लिखवाने के बाद एबीएसए विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। वे अपनी रिपोर्ट बीएसए को देंगे। इसके बाद इसे राज्य परियोजना निदेशक के कार्यालय में भेज दिया जाएगा।