अनचाही मोबाइल सेवाओं से छुटकारा जल्द
जागरण संवाददाता, मथुरा: नेटवर्क किसी ऑपरेटर का हो, कई बार कंपनियों के आने वाले मेसेज खोलकर पढ़ते ही
जागरण संवाददाता, मथुरा: नेटवर्क किसी ऑपरेटर का हो, कई बार कंपनियों के आने वाले मेसेज खोलकर पढ़ते ही वैल्यू एडेड सेवा थोप दी जाती हैं और मासिक शुल्क चुपचाप कटता रहता है, लेकिन बीएसएनएल के स्थानीय उपभोक्ता अब फौरन ऐसी सेवाएं विच्छेदित करा सकेंगे।
तमाम शिक्षित मोबाइल उपभोक्ता संचार मंत्रालय की सेवा डू नाट डिस्टर्ब (डीएनडी) में अपना मोबाइल नंबर पंजीयन करा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके मोबाइल नंबर पर वैल्यू एडेड सर्विसेज बिना मांगे थोपी जा रही हैं। पहले जहां ऐसी किसी सर्विस के लिए उपभोक्ता की सहमति ली जाती थी, लेकिन अब तो आने वाले मेसेज को पढ़ते ही ऐसी सर्विस नंबर में एड हो जाती है और मासिक शुल्क कटता रहता है।
प्रीपेड और पोस्ट पेड मोबाइल नंबरों के उपभोक्ता इस तरह की अवांछित सेवाओं की खूब शिकायत कर रहे हैं। ऐसी कोई सर्विस विच्छेदित कराने के लिए मेसेज भेजने अथवा कॉल करने के बावजूद करीब दो महीने का समय लग सकता है, लिहाजा उन्हें कम से कम दो महीने का सेवा शुल्क तो देना ही पड़ रहा है।
भारत संचार निगम के मोबाइल उपभोक्ताओं को अब थोड़ी राहत मिल गयी है। संचार निगम के उपभोक्ताओं की शिकायत पर अब से पहले उपभोक्ता की रिक्वेस्ट निगम प्रशासन चंडीगढ़ भेजता था, लेकिन अब सर्वर स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध करा दिया गया है।
मुख्य लेखाधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि अब अवांछित सेवाओं को तत्काल ही नंबर से डिलीट कराया जा सकता है। निगम के मोबाइल उपभोक्ता कस्टमर केयर पर शिकायत दर्ज कराकर तुरंत इनसे छुटकारा पा सकते हैं।
56 दिन का इंतजार
मथुरा: सरकार ने डू नॉट डिस्टर्ब सेवा सालों पहले लांच की थी। एक बार पंजीयन के बाद अवांछित कॉल या मेसेज से छुटकारा मिल जाता है, लेकिन विच्छेदन होने में कानूनन 56 दिन का समय लगता है।