पिछली दीपावली खूब बिकी दूषित खाद्य सामग्री
जागरण संवाददाता, मथुरा: त्योहारी सीजन में जगह-जगह खुले मिष्ठान भंडारों पर मुंह में पानी ला देने वाली
जागरण संवाददाता, मथुरा: त्योहारी सीजन में जगह-जगह खुले मिष्ठान भंडारों पर मुंह में पानी ला देने वाली मिठाइयां आपकी सेहत ढीली कर सकती हैं। क्योंकि ये दूषित व मिलावटी हो सकती हैं। पिछली दीपावली पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीमों द्वारा लिए गए खाद्य पदार्थो के दो दर्जन नमूनों में से करीब आधे फेल आए हैं। इस बार भी टीम ने तमाम नमूने लिए हैं, जाहिर हैं उनकी जांच रिपोर्ट में भी कई फेल आएंगे।
त्योहारों की श्रृंखला दीपावली पर जिधर देखों खाद्य पदार्थो की दुकानें सजी हैं। त्योहार पर मांग बढ़ जाने के कारण इनमें मिलावट की आशंका भी बढ़ जाती है। क्योंकि मांग के अनुरूप आपूर्ति करने के लिए खाद्य पदार्थो में मिलावट करना दुकानदारों की फितरत बन चुका है। इस बार दीपावली पर मिठाई, खोआ, दूध, पनीर, घी, नमकीन, क्रीम, सरसों का तेल आदि की खूब मांग है। पिछली बार भी ऐसी सामग्री की खूब मांग रही और एफएसडीए की टीमों ने इनकी सेंपलिंग भी की। वर्ष 2013 में दीपावली तीन नवंबर की थी, इससे पूर्व एफएसडीए की टीम ने 25 अक्टूबर से दो नंवबर तक जनपदभर में खाद्य पदार्थो के कुल 23 नमूने लिए थे। इनमें घी के दो, पनीर का एक, बेसन का एक, खोआ के पांच, मिठाई के दो, नमकीन का एक, क्रीम का एक, बरफी के चार, दूध का एक, खोआ के लड्डू के दो, रसगुल्ला का एक, खीरमोहन का एक व सरसों के तेल का एक नमूना लिया गया।
किसके कितने नमूने, कितने फेल
खाद्य पदार्थ नमूने संग्रहीत फेल
घी दो
पनीर एक एक
बेसन एक
खोआ पांच चार
मिठाई दो एक
नमकीन एक एक
क्रीम एक
बरफी चार
दूध एक एक
खोआ का लड्डू दो एक
रसगुल्ला एक एक
खीरमोहन एक एक
सरसों का तेल एक
इन्होंने कहा..
त्योहारों पर खाद्य पदार्थो के विक्रेता बढ़ी मांग की आपूर्ति के लिए मिलावट करते हैं। इसीलिए लगभग हर त्योहार से पूर्व हमारी टीमें अभियान चलाकर सेंपलिंग करती हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाता है। जांच रिपोर्ट में नमूना फेल होने पर संबंधित फर्म के विरुद्ध वाद दायर किया जाता है।
-रामनरेश यादव, अभिहीत अधिकारी, एफएसडीए